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इमरजेंसी के समय सरकार ने देश में बैन कर दिए थे Kishore Kumar के गाने, ये थी वजह

Updated Oct 13, 2019 | 09:22 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

Kishore Kumar Death Anniversary: किशोर कुमार का निधन 13 अक्टूबर 1987 को हुआ था। आज उनकी पुण्यतिथि है और इस मौके पर हम आपको बता रहे हैं उनकी जिंदगी से जुड़ा एक खास किस्सा।

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Kishore Kumar
मुख्य बातें
  • आज किशोर कुमार की 32वीं पुण्यतिथि है, उनका निधन 13 अक्टूबर 1987 को हुआ था
  • किशोर कुमार की जिंदगी से जुड़े कई किस्से मशहूर हैं, जिनमें से एक देश में लगी इमरजेंसी के समय का है
  • इमरजेंसी के समय किशोर कुमार की एक बात से सरकार इतना नाराज हो गई थी कि देश में उनके गाने बैन कर दिए थे

बॉलीवुड में सैकड़ों बेहतरीन गाने गाकर हर दिल पर राज करने वाले किशोर कुमार का 13 अक्टूबर 1987 को निधन हुआ था और आज उनकी पुण्यतिथि है। किशोर कुमार ना केवल अपनी बेहतरीन आवाज और गायकी के लिए जाने जाते थे बल्कि वो अपनी पर्सनल जिंदगी को लेकर भी चर्चा में रहते थे।

किशोर कुमार की जिंदगी से जुड़े कई किस्से मशहूर हैं उनमें से एक है इमरजेंसी के समय का। 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में इमरजेंसी की घोषणा कर दी थी। इस दौरान सरकार ने किशोर कुमार को उनके लिए गाने के लिए कहा लेकिन उन्होंने इससे इंकार कर दिया जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा। दरअसल किशोर कुमार अपने उसूलों के पक्के थे और जो चाहते थे वही करते थे। 

बताया जाता है कि सरकार चाहती थी कि किशोर कुमार इमरजेंसी के 20 सूत्रीय प्रोग्राम को अपनी आवाज दें। इंदिरा गांधी की रणनीतियों को संभालने वाले विद्या चरण शुक्ला ने किशोर कुमार को फोन कर यह बात कही, किशोर कुमार को बताया गया कि ये सूचना और प्रसारण मंत्री (तत्कालीन) वीसी शुक्ला का आदेश है। इतना सुनकर भी किशोर कुमार सरकार के लिए गाने को तैयार नहीं हुए। 

किशोर कुमार द्वारा गाना गाने के लिए मना करने से सरकार इतनी नाराज हुई कि उन्होंने ऑल इंड‍िया रेड‍ियो पर किशोर कुमार के गानों के बैन कर दिया। किशोर कुमार पर यह बैन 3 मई 1976 को लगा और आपातकाल खत्म होने तक लगा रहा। मालूम हो कि देश में 21 महीने तक इमरजेंसी लगी रही थी।

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