- स्वर कोकिला लता मंगेशकर 28 सितंबर को 90वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं।
- 60 के दशक में मोहम्मद रफी और लता मंगेश्कर का विवाद काफी सुर्खियों में था।
- लताजी का मानना था कि म्यूजिक डायरेक्टर्स की तरह सिंगर्स को भी रॉयल्टी मिलनी चाहिए।
मुंबई. स्वर कोकिला लता मंगेशकर 28 सितंबर को 90वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। 30 से अधिक भाषाओं में अब तक 30000 से भी अधिक गाने गा चुकी हैं। लता दीदी पिछले सात दशकों से मुकेश, मन्ना डे, मोहम्मद रफी, किशोर कुमार जैसे कई महान सिंगर्स से काम कर चुकी हैं। हालांकि, एक वक्त लता मंगेश्कर और मोहम्मद रफी के बीच विवाद हो गया और इन दो दिग्गजों ने कई साल तक साथ गाना नहीं गाया।
60 के दशक में मोहम्मद रफी और लता मंगेश्कर का विवाद काफी सुर्खियों में था। इस विवाद की जड़ थी रॉयल्टी, जो सिंगर्स को गाने के लिए मिलती थी। लताजी का मानना था कि म्यूजिक डायरेक्टर्स की तरह सिंगर्स को भी रॉयल्टी मिलनी चाहिए।
मोहम्मद रफी की बहू यास्मिन खालिद रफी ने रफी साहब की किताब मोहम्मद रफी: माय अब्बा में लिखा, " लता मंगेश्कर ने ये मामला प्रोड्यूसर्स के सामने भी उठाया था। लता जी ये उम्मीद कर रही थीं कि रफी साहब उन्हें सपोर्ट करें।
मोहम्मद रफी ने कही ये बात
मोहम्मी रफी लता दीदी की राय से इत्तेफाक नहीं रखते थे। रफी साहब का मानना था कि गायक को जब एक गीत के लिए जब मेहनताना मिल जाता है फिर रॉयल्टी में उसका कोई हक नहीं बनता है। ये विवाद काफी आगे बढ़ गया था।
लता मंगेश्कर ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा, " कई बड़े सिंगर्स और म्यूजिक डायरेक्टर्स की मीटिंग में मोहम्मद रफी साहब खड़े हुए और कहा, मैं आज से लता के साथ नहीं गाऊंगा। मैंने कहा, एक मिनट आप नहीं गाएंगे मेरे साथ ये गलत बात है। मैं आपके साथ नहीं गाऊंगा।"
बेटे ने लगाए थे ये आरोप
मोहम्मद रफी से विवाद के बाद लता मंगेश्कर ने 60 के दशक में महेंद्र कपूर के साथ काफी गाने गाए थे। हालांकि, कुछ साल बाद म्यूजिक डायरेक्टर शंकर की कोशिशों से दोनों में पैचअप हुआ था। लता ने साल 2012 में एक इंटरव्यू में कहा था कि, "मैंने शंकर जी से कहा था कि वह रफी साहब से कहे कि मुझसे लिखित में माफी मांगे।"
बकौल लता मंगेश्कर" मुझे कुछ वक्त बाद उन्होंने रफी साहब का खत दिखाया जिसमें उन्होंने माफी मांगी थी।" हालांकि, मोहम्मद रफी के बेटे शाहिद रफी ने लताजी के दावे को खारिज किया था। शाहिद रफी ने कहा था कि लता झूठ बोलकर उनके पिता को बदनाम कर रही हैं। वो भी तब जब वह और शंकरजी खुद को डिफेंड करने के लिए इस दुनिया में नहीं हैं।"