- नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन में बॉलीवुड भी कूद गया है।
- बॉलीवुड सेलेब्स स्टूडेंट्स के सपोर्ट में ट्वीट कर रहे हैं।
- मनोज बाजपेयी और आयुष्मान खुराना ने स्टूडेंट्स के सपोर्ट में ट्वीट किया है।
मुंबई. नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ जामिया मीलिया, दिल्ली यूनिवर्सिटी समेत देश के कई विश्वविद्यालयों के छात्र विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। बॉलीवुड के कई सेलेब्स इन स्टूडेंट्स को सपोर्ट कर रहे हैं। अब मनोज बाजपेयी भी इन छात्रों के समर्थन में उतर आए हैं।
मनोज बाजपेयी ने ट्वीट कर लिखा- ऐसे कई वक्त होता है जब हम अन्याय के खिलाफ असहाय लगते हैं, लेकिन कभी ऐसा वक्त नहीं होता जब हम इसका विरोध नहीं करते हैं। मैं उन छात्रों के साथ खड़ा हूं जो विरोध करने के लोकतांत्रिक अधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं।
मनोज बाजपेयी ने स्टूडेंट्स के साथ हो रही हिंसा की भी निंदा की है। मनोज बाजपेयी ने लिखा- मैं विरोध प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स के साथ हो रही हिंसा का विरोध करता हूं। पूर्व आप नेता डॉक्टर कुमार विश्वास ने मनोज बाजपेयी के ट्वीट को लाइक किया है।
इन बॉलीवुड सेलेब्स ने भी किया ट्वीट
स्टूडेंट्स के सपोर्ट में पूजा भट्ट, ऋचा चड्ढा समेत कई बॉलीवुड सेलेब्स ने भी ट्वीट किया है। वहीं, आयुष्मान खुराना ने भी प्रदर्शनकारियों पर हो रही हिंसा की निंदा की है। आयुष्मान ने कहा- 'स्टूडेंट्स जिस चीज से गुजर रहे हैं मैं उससे काफी दुखी हूं। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं।'
आयुष्मान खुराना ने लिखा- विरोध करने का अधिकार, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हमारा मौलिक अधिकार है। हालांकि, प्रदर्शनकारी हिंसक नहीं हो सकती और पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान नहीं पहुंचा सकते हैं। ये उनके विरोध को कमजोर करेगा। ये गांधी का देश है। अंहिसा ही अभिव्यक्ति का टूल है। लोकतंत्र में विश्वास रखें।
महेश भट्ट ने ली संविधान की शपथ
बॉलीवुड डायरेक्टर महेश भट्ट ने संविधान की शपथ ली है। महेश भट्ट ने वीडियो जारी किया है। महेश भट्ट कहते हैं- हम भारत के लोग शपथ लेते हैं कि भारत के संविधान की भावनाओं का पालन करेंगे। हम भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न समाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिये शपथ लेते हैं।
वीडियो में महेश भट्ट कहते हैं- हमें अपनी एकता और अनेकता में गर्व है। हम शपथ लेते हैं कि हर नागरिकों के साथ समानता का व्यवहार करेंगे। उनके साथ धर्म, भाषा और सांस्कृतिक आधार पर भेदभाव नहीं करेंगे। हम किसी को भी उन मूल्यों को तबाह नहीं करने देंगे, जो हमने स्वतंत्रता संग्राम के जरिए हासिल किए थे।