- जलियांवाला बाग हत्याकांड की आज 102वीं बरसी है।
- ब्रिटिश सेना के अफसर जनरल रेगनॉल्ड डायर ने हजारों लोगों पर अंधाधुंन गोली चलवा दी थी।
- कई बॉलीवुड फिल्मों में इस हत्याकांड के जख्मों को दिखाया गया है।
मुंबई. भारत में ब्रिटिश शासन के सबसे काले अध्याय जलियांवाला बाग हत्याकांड की आज 102वीं बरसी है। 13 अप्रैल साल 1919 को बैसाखी के दिन ब्रिटिश सेना के अफसर जनरल रेगनॉल्ड डायर ने हजारों लोगों पर अंधाधुंन गोली चलवा दी थी। कई बॉलीवुड फिल्मों में इस हत्याकांड के जख्मों को दिखाया गया है।
1977 में शबाना आजमी और विनोद खन्ना की फिल्म जलियांवाला बाग त्रासदी को पहली बार बड़े पर्दे पर दिखाया गया था। फिल्म को बलराज ताह ने डायरेक्ट किया था। फिल्म का स्क्रीनप्ले गुलजार ने लिखा था।
साल 1982 में रिचर्ड अटेंबॉरो की फिल्म गांधी में भी जलियांवाला बाग हत्याकांड दिखाया गया था। इसमें दिखाया गया था कि किस तरह से जनरल डायर ने ओपन फायर करवाया था। कैसे ये हत्याकांड आजादी के आंदोलन का टर्निंग प्वाइंट बना।
द लिजेंड ऑफ भगत सिंह और रंग दे बसंती
साल 2002 में आई अजय देवगन की फिल्म द लिजेंड ऑफ भगत सिंह में भी जलियांवाला बाग हत्याकांड को दिखाया था। फिल्म में दिखाया कि कैसे इस घटना ने भगत सिंह की जिंदगी बदल दी।
फिल्म में दिखाया गया है कि इस हत्याकांड के बाद भगत सिंह जलियांवाला बाग गए और खून से सनी मिट्टी को एक बोतल में भरकर लाए थे। इसके बाद से ही भगत सिंह देश की आजादी के आंदोलन में कूद गए।
रंग दे बसंती और फिल्लौरी
26 जनवरी 2006 को रिलीज हुई आमिर खान की फिल्म रंग दे बसंती में जलियांवाला बाग हत्याकांड को दिखाया था। यही नहीं, फिल्म के एक सीन में दिखाया कि कैसे देश के नेता आधुनिक जनरल डायर हैं।
साल 2017 में आई अनुष्का शर्मा और दिलजीत दोसांझ की फिल्म 'फिल्लौरी' में जलीयावाला बाग हत्याकांड के सीन को दिखाया गया है जिसमें दिलजीत की मौत हो जाती है। फिल्म में अनुष्का शर्मा ने एक भूत का किरदार निभाया था।