- 16 साल की उम्र में सड़क हादसे की शिकार हो गई थीं सुधा चंद्रन।
- हादसे में जख्मी हुए पैर को काटकर करना पड़ा था अलग।
- सुधा चंद्रन ने डांसर और एक्ट्रेस के तौर पर बनाई अपनी पहचान।
सुधा चंद्रन एंटरटेनमेंट जगत का जाना माना नाम है। 55 साल की ये खूबसूरत एक्ट्रेस ना केवल बेहतरीन अभिनेत्री है बल्कि ट्रेंड भरतनाट्यम डांसर भी हैं। सुधा चंद्रन ने साल 1984 में अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत तेलेगु फिल्म मयूरी से की थी, जो कि खुद सुधा की जिंदगी पर ही आधारित थी। सुधा चंद्रन की जिंदगी बहुत उतार चढ़ावों से भरी रही है, 16 साल की उम्र में उनके साथ ऐसा हादसा हुआ था जिसने उनकी जिंदगी पूरी तरह बदलकर रख दी।
16 साल की उम्र में हुआ था हादसा
मई 1981 में जब सुधा केवल 16 साल की थीं तब वो एक सड़क हादसे की शिकार हो गई थीं, उस समय वो अपने पेरेंट्स के साथ मद्रास से तमिलनाडु लौट रही थीं। इस हादसे में उनके दोनों पैर जख्मी हो गए थे जबकि दाहिना पैर (Right Leg) गल गया था, जिसके चलते उनका पैर काटना जरूरी हो गया। यह उनकी जिंदगी का सबसे मुश्किल समय था लेकिन जयपुर से आए प्रोस्थेटिक लेग ने उनकी मदद की और दो साल बाद उन्होंने फिर से डांसिंग की दुनिया में कदम रखा। इस प्रोस्थेटिक लेग के साथ उन्होंने भारत, सऊदी अरब, अमेरिका, लंदन, कनाडा, बहरीन, यमन और कुवैत में परफॉर्म किया।
अपनी बायोपिक से की करियर की शुरुआत
सुधा चंद्रन ने साल 1984 में अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की तेलेगु फिल्म मयूरी से, जो उनकी अपनी जिंदगी पर आधारित थी। इस फिल्म को बाद में तमिल व मलयालम में डब किया गया। इसके बाद 1986 में इस फिल्म को हिंदी में बनाया गया, जिसका नाम था नाचे मयूरी और इसमें भी खुद सुधा ने ही अपना रोल प्ले किया। सुधा अब तक करीब 60 फिल्मों में काम कर चुकी हैं जिसमें हिंदी, तेलेगु, मलयालम, कन्नड़, मराठी और बंगाली शामिल हैं। तो वहीं वो करीब इतने ही सीरियल्स का हिस्सा भी रही हैं।
एसिस्टेंट डायरेक्टर से की शादी
सुधा चंद्रन ने साल 1994 में एसिस्टेंट डायरेक्टर रवि डंग से शादी की, जिससे उनकी मुलाकात फिल्म के सेट पर हुई थी। उनका प्यार लव एट फर्स्ट साइट तो नहीं था लेकिन दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे और उन्होंने शादी का फैसला कर लिया। सुधा ने बताया था कि उनकी मां नहीं चाहती थीं कि वो अपनी कास्ट से बाहर व फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े किसी शख्स से शादी करें। उनकी मां चाहती थीं कि वो तमिल ब्राहमण से शादी करें लेकिन सुधा रवि से शादी करना चाहती थीं लेकिन अपनी मां के आशीर्वाद के बिना नहीं। सुधा ने किसी तरह अपनी मां को इसके लिए राजी किया और दोनों ने मंदिर में शादी कर ली।