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IEC 2022: ये 3 काम करना चाहते हैं नवाजुद्दीन सिद्दीकी, जानें उनका हॉलीवुड प्लान

Updated Apr 22, 2022 | 22:56 IST |

IEC 2022: इंडिया इकोनाॅमिक काॅन्क्लेव 2022 इवेंट का आज दूसरा दिन था। भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में टाइम्स नेटवर्क के इस अहम कार्यक्रम में आज बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी शामिल हुए थे। 

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मुख्य बातें
  • टाइम्स नेटवर्क के कार्यक्रम इंडिया इकोनाॅमिक काॅन्क्लेव 2022 में शामिल हुए कई दिग्गज
  • दूसरे दिन कार्यक्रम में बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी हुए शामिल। 
  • कई मुद्दों पर नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने बेबाकी से रखी अपनी राय।

IEC 2022: टाइम्स नेटवर्क (Times Network) द्वारा आयोजित कार्यक्रम 'इंडिया इकोनाॅमिक काॅन्क्लेव 2022' (India Economic Conclave 2022) के दूसरे दिन बॉलीवुड एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी (Nawazuddin Siddiqui) शामिल हुए। इस बार कॉन्क्लेव की थीम 'द ग्रेट इंडियन डेमोक्रेटिक डिविडेंड' थी। इस कार्यक्रम के दौरान आर्थिक एजेंडे के साथ बॉलीवुड के मुद्दों  पर कई दिग्गजों ने अपनी राय  रखी। शुक्रवार को यामी गौतम के बाद इस मंच पर बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने बॉलीवुड में अपने सफर से लेकर, ओटीटी प्रोजेक्ट और अपने हॉलीवुड प्लान समेत कई मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखी।

ऐसा था नवाजुद्दीन सिद्दीकी का बॉलीवुड सफर

नवाजुद्दीन से सबसे पहले पूछा गया कि वह अपनी हर फिल्म के बाद बुढ़ाना क्यों जाते हैं। तब नवाजुद्दीन ने मजाकिया अंदाज में कहा कि फिल्म करने के बाद वह नॉर्मल होने के लिए बुढ़ाना जाते हैं लेकिन फिर वापस भी आ जाते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि नवाजुद्दीन अपने परिवार में पहले ग्रेजुएट हैं और इसकी वजह उनकी मां हैं। एक्टर ने कहा कि उनके गांव में अक्सर यह होता है कि किसान परिवार के बच्चे बड़े होकर किसान बन जाते हैं।लेकिन उनकी मां ने उनके लिए स्टैंड लिया और उन्हें पढ़ने के लिए बोला। नवाजुद्दीन अपने गांव के कुछ बच्चों के पीछे-पीछे पढ़ने जाते थे। उन्होंने अपने गांव में नए इंटरमीडिएट कॉलेज में एडमिशन ले लिया था। फिर जब उन्होंने ग्रेजुएशन किया तब उनके दोस्त ने उन्हें एक थिएटर दिखाया। जिसके बाद एक्टर को ऐसा लगा कि उन्हें थिएटर जरूर करना चाहिए। नवाजुद्दीन ने कहा कि स्टेज एक ऐसी चीज है जहां हर चीज साफ नजर आती है चाहे वह अच्छी हो या बुरी। इसलिए उन्होंने थिएटर करने की ठानी और नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा आ गए। 

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कैसा था एक्टर का स्ट्रगल पीरियड?

इसके बाद नवाजुद्दीन ने अपने स्ट्रगल पीरियड के बारे बात करते हुए यह कहा कि आज भी उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में दिक्कतें होती हैं क्योंकि जिस तरह का सिनेमा वह करना चाहते हैं उसके लिए ऑडियंस बहुत कम है। उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें 200 स्क्रिप्ट मिली थी जिनमें से उन्होंने सिर्फ 5 स्क्रिप्ट को चुना। उन्होंने कहा कि इतनी सारी स्क्रिप्ट करने के लिए उन्हें तकरीबन 5 साल लग जाएंगे। इसके बाद एक्टर ने गैंग ऑफ वासेपुर में फैजल खान का किरदार चुनने की वजह बताई। उन्होंने यह किरदार इसलिए निभाया था क्योंकि इस किरदार में एटीट्यूट था जो वह करना चाहते थे।

ओटीटी को लेकर क्या हैं नवाजुद्दीन सिद्दीकी के विचार?

जब उनसे पूछा गया कि क्या आगे भी ओटीटी का ट्रेंड चलने वाला है तब उन्होंने मजाक में यह कह दिया कि 'आप मुझसे ऐसे पूछ रहे हो जैसे मैं कोई ज्योतिषी हूं।' इसके बाद जब उनसे पूछा गया कि आजकल की फिल्में पॉलिटिकल टूल्स बन गई हैं? तब नवाजुद्दीन ने कहा कि वह डिपेंड करता है और यह हर दौर में होता रहा है। एक्टर ने कहा कि फिल्में तो हर तरह की बन रही हैं और बननी भी चाहिए क्योंकि यह जरूरी है।

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क्या हॉलीवुड में है एक्टर की दिलचस्पी?

नवाजुद्दीन से जब पूछा गया कि अब उन्हें ओटीटी पर क्यों नहीं देखा जा रहा है तब उन्होंने यह जवाब दिया कि पहले उन्हें ओटीटी क्या होता है इसका कोई अंदाजा नहीं था। लेकिन सेक्रेड गेम्स के बाद उन्हें थोड़ा आइडिया मिला। उन्होंने कहा कि जब अच्छी स्क्रिप्ट मिलेगी तब वह जरूर काम करना चाहेंगे। अपने हॉलीवुड प्लान के बारे में बात करते हुए नवाजुद्दीन ने कहा कि अगर उन्हें कोई अच्छी स्क्रिप्ट मिलेगी तब वह उसे जरूर करेंगे।

लॉकडाउन के बारे में बात करते हुए नवाजुद्दीन ने बताया कि वह अपना अधिकतर समय फिल्में देखने और दुआएं मांगने में बिताते थे। जब उनसे पूछा गया कि अगर उन्हें 3 इच्छाएं पूरी करना का मौका  मिलेगा तो वह क्या करना चाहेंग। इसका जवाब देते हुए नवाजुद्दीन ने कहा कि पहले वह बॉलीवुड का नाम बदलकर हिंदी फिल्म इंडस्ट्री रखते। दूसरा उन्होंने कहा कि एक्टर्स को जो स्क्रिप्ट मिलती है वह रोमन भाषा में लिखी होती है इसलिए वह उसे देवनागरी में बदल देते। और तीसरा काम वह यह करते कि, डायरेक्टर और बाकी लोगों के बीच में होने वाली बातचीत जो अक्सर अंग्रेजी भाषा में होती है उसे बदलकर हिंदी में कर देते ताकि एक्टर को भी समझ आए।

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