- राजामौली ने बाहुबली और मगधीरा जैसी फिल्में बनाई हैं
- 2001 में जूनियर एनटीआर के साथ शुरू किया था करियर
- ईगा यानी मक्खी जैसी साइंस फिक्शन भी बनाई है
कर्नाटक के रायपुर जिले में 10 अक्टूबर 1973 को जन्मे एसएस राजामौली जिनका पूरा नाम कोदुरी श्रीसैला राजामौली है, एक तेलुगू फिल्म डायरेक्टर और स्क्रीनप्ले राइटर हैं। राजामौली ने अपने फिल्मी करियर में बहुत ही बेहतरीन फिल्में बनाई है जिनमें कुछ तो वर्ल्ड वाइड हिट रही हैं। 'बाहुबली' और 'बाहुबली 2' राजामौली ने पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया था। राजामौली ने इसके अलावा भी मगधीरा, ईगा, छत्रपति जैसी सुपरहिट फिल्में बनाई हैं।
जब राजामौली ने कहा कि मैं नास्तिक हूं
27 अप्रैल 2017 को राजामौली ने घोषणा की कि वह नास्तिक हैं। हालांकि, 15 मई 2017 को उन्हें उनके पूरे परिवार के साथ मंत्रालयम घूमते देखा गया और साथ ही उन्होंने अपने गांव के देवता मनचलम्मा और राघवेंद्र स्वामी के मंदिर जाकर उनसे आशीर्वाद भी लिया।
जूनियर एनटीआर के साथ शुरू किया था करियर
एसएस राजामौली ने अपना करियर डायरेक्टर राघवेंद्र राव के अंडर में ईटीवी पर प्रसारित होने वाले तेलुगु सोप ओपेरा के निर्देशन से शुरू किया था। हालांकि, उन्होंने अपना फिल्मी करियर 2001 में आई 'स्टूडेंट नंबर 1' से शुरू किया जिसके हीरो जूनियर एनटीआर थे। यह एक तेलुगु हिट फिल्म थी।
अक्षय कुमार और अजय देवगन का करियर बचाया
आप सोच रहे होंगे कि हम ऐसा क्यों लिख रहे हैं। दरअसल साल 2010 से 2012 के बीच अक्षय कुमार का फिल्मी करियर उतना अच्छा नहीं था, उन्होंने इन 2 सालों में सिर्फ दो हिट फिल्में दी थी। लेकिन 2012 में अक्षय कुमार 'राउडी राठौर' फिल्म में नजर आए जो एसएस राजामौली की फिल्म 'विक्रमारकुडू' की रीमेक थी। इस फिल्म से ही अक्षय कुमार ने बॉलीवुड में जोरदार कमबैक किया और उसके बाद लगातार हिट फिल्में देते चले गए।
अजय देवगन के साथ भी कुछ ऐसा ही किस्सा जुड़ा हुआ है। अजय देवगन की सुपरहिट फिल्म 'सन ऑफ सरदार' एसएस राजामौली की फिल्म 'मर्यादा रमन्ना' की रिमेक थी। इस फिल्म ने रिलीज होते ही बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया था और उस वक्त शाहरुख खान की फिल्म 'जब तक है जान' को कड़ी टक्कर दी थी। इस तरह से एसएस राजामौली ने इन दो कलाकारों के करियर को बूस्ट किया था।