- आज अपना 77वां जन्मदिन मना रहे हैं जावेद अख्तर।
- 1945 में ग्वालियर में हुआ था जावेद का जन्म।
- 2007 में पद्म भूषण से नवाजे जा चुके हैं जावेद।
Javed Akhtar Birthday, Here Are Some Interesting Facts About Him: बॉलीवुड जगत में कलम के जादूगर नाम से मशहूर जावेद अख्तर आज अपना 77वां जन्मदिन मना रहे हैं। अपने लेखन से करोड़ों दिलों पर राज करने वाले जावेद अख्तर का जन्म 17 जनवरी 1945 के दिन ग्वालियर में हुआ था। जावेद के पिता निसार अख्तर जाने-माने कवि थे, वहीं उनकी मां साफिया अख्तर एक उर्दू लेखिका और शिक्षिका थीं। बहुत छोटी उम्र में जावेद ने अपनी मां को खो दिया था। अपनी कलम की ताकत से सबको अपना कायल बनाने वाले जावेद ने अपनी पढ़ाई भोपाल के एक कॉलेज से पूरी की थी। फिल्मी दुनिया में जावेद ने अपने कदम फिल्म सरहदी लूटेरा से रखे थे, जिसमें उन्होंने छोटी सी भूमिका निभाई थी। बॉलीवुड जगत में जावेद की मुलाकात सलीम खान से हुई जिसके बाद इन दोनों ने एक साथ काम किया और कई फिल्मों के लिए डायलॉग्स और पटकथाएं लिखीं।
यहां जानें जावेद अख्तर से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें।
1. जावेद अख्तर के पिता ने उनका नाम जादू रखा था। अपनी कविता की एक लाइन 'लम्हा लम्हा किसी जादू का फसाना होगा' से प्रेरित होकर उनके पिता ने उन्हें जादू नाम दिया था।
2. जावेद की अपनी पहली पत्नि हनी ईरानी से मुलाकात फिल्म 'सीता और गीता' के सेट पर हुई थी। और तो और, यह दोनों अपना जन्मदिन 17 जनवरी को शेयर करते हैं।
3. जावेद एक समय पर उर्दू कवि कैफी आजमी को असिस्ट करते थे। बाद में जावेद ने अपनी पहली पत्नी को तालाक दे दिया था और कैफी आजमी की बेटी शबाना आजमी से शादी कर ली थी।
4. वर्ष 1964 में जावेद सपनों के शहर मुंबई में आए थे। यहां आने के बाद जावेद हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में काम के लिए दर-दर भटकते थे। उस समय ना ही उनके पास रहने के लिए घर होता था और ना ही पेट भरने के लिए खाना।
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5. जावेद की मुलाकात सलीम खान से फिल्म सरहदी लूटेरा के सेट पर हुई थी, जहां सलीम एक्टर थे और जावेद एक क्लैपर ब्वॉय। जाने-माने डायरेक्टर एसएम सागर को एक डायलॉग राइटर की जरूरत थी। जब उन्हें कोई डायलॉग राइटर नहीं मिला तब उन्होंने जावेद को यह काम सौंप दिया था।
6. वर्ष 1982 में बॉलीवुड की मशहूर जोड़ी सलीम-जावेद आपसी मतभेद की वजह से अलग हो गए थे। इन दोनों ने एक साथ कुल 24 फिल्में लिखीं जिनमें से 20 फिल्में सुपरहिट हुईं। इन फिल्मों में दो तेलुगु फिल्में और एक कन्नड़ फिल्म भी शामिल है।
7. कलम के जादूगर जावेद ने कुल 14 बार फिल्मफेयर अवॉर्ड अपने नाम किया है। सात बार बेस्ट स्क्रिप्ट लिए और सात बार बेस्ट लिरिक्स के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड से नवाजा गया है। इसके साथ जावेद को 5 बार नेशनल अवॉर्ड मिला है। 2007 में वह पद्म भूषण और 2013 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजे जा चुके हैं।