अक्षय कुमार की सिंह इज किंग का गाना 'जी करदा' और कंगना रनौत की क्वीन का सॉन्ग 'लंदन ठुमकदा' शायद ही किसी हिंद फिल्म प्रेमी ने न सुना हो। यह गाने खूब लोकप्रिय हुए थे। इन गानों को दिवंगत सिंगर लभ जंजुआ ने अपनी शानदारी आवाज दी थी। लभ ने पंजाबी गानों से शुरुआत की थी। उनका 'मुंडेआं तो बच के रहीं' खूब पॉपुलर हुआ था। उन्होंने जब बॉलीवुड का रुख किया तो यहां भी धूम मचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने हर बड़े सुपरस्टार की फिल्म के लिए गाने आए। उनका फिल्म रब ने बना दी जोडी में 'डांस से चांस' और पार्टनर के लिए 'सोणी दे नखरे सोणे लगदे' कौन भूल सकता है।
सिंगिंग की खातिर बचपन में घर से भाग गए थे
लभ जंजुआ का जन्म साल 1957 में पंजाब के फतेहगढ़ साहिब जिले में हुआ था। उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई गांव से की और फिर बीए फतेहगढ़ साहिब के माता गुजरी कॉलेज से किया। उन्हें बचपन से ही गाने का शौका था। गायकी के जुनून की खातिर लभ एक मर्तबा अपने घर से भाग गए थे। तब उनकी करीब 8 साल थी। उन्होंने गायकी में परिवार की रोकटोक से तंग आकर घर छोड़ा था। हालांकि, बाद में लभ का परिवार उनका शौक का साथ देने के लिए राजी हो गया। लभ ने गुरुद्वारे में कीर्तन से शुरुआत की। उन्होंने स्कूलों-कॉलेज के कार्यक्रमों में भी खूब गाने गाए। बता दें कि लभ ने संगीत की शिक्षा गुरु जसवंत पंवरा से ली थी।
मुंबई में अपने घर में मृत पाए गए थे लभ
लभ जंजुआं ने 57 वर्ष की आयु में दुनिया को अलविदा कह दिया था। वह 22 अक्टूबर 2015 को अपने फ्लैट पर मृत पाए गए थे। लभ मुंबई के गोरेगांव इलाके में रहते थे। लभ के घर जब उनकी नौकारानी पहुंची तो उसने सिंगर की लाश बेडरूम में में देखी थी। लभ मुंबई में अकेले रहते थे जबकि उनकी पत्नी बलजीत कौर बेटे के साथ पंजाब में रहती थीं। सिंगर की अपनी कोई औलाद नहीं थी। उन्होंने एक बच्चो को गोद ले रखा था। वह मौत से पहले अपने बेटे के जन्मदिन की तैयारियों में जुटे हुए थे। उन्होंने दोस्तों से फोन पर कहा था कि 28 अक्तूबर को बेटे की बर्थडे पार्टी के लिए तैयार रहें, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया।