Commando 3 Movie Review in Hindi: विद्युत जामवाल, अदा शर्मा, अंगीरा धर, राजेश तैलंग, सुमीत ठाकुर स्टारर फिल्म कमांडो-3 कल यानी 29 नवंबर को पर्दे पर रिलीज होने वाली है। फिल्म को आदित्य दत्त ने डायरेक्ट किया है। आदित्य इससे पहले फिल्म आशिक बनाया आपने और टेबल नंबर 21 डायरेक्ट कर चुके हैं। देशभक्ती पर आधारित इस फिल्म में हिंदू-मुस्लिम से लेकर आतंकवाद से निपटने तक की कहानी को दिखाया गया है। बता दें कि ये फिल्म कमांडो का तीसरा भाग है, ऐसे में फिल्म में जबरदस्त एक्शन सीनस देखने को मिलेंगे। फिल्म में विद्युत जामवाल के अलावा अदा शर्मा भी जबरदस्त एक्शन सीन करती नजर आ रही हैं। वहीं गुलशन देवैया कमांडो 3 में विलेन की भूमिका में दिखाई दे रहे हैं।
ऐसी है कहानी:
कमांडो 3 की कहानी शुरुआत होती है एक कमांडो के एंट्री से, जो महिलाओं की सुरक्षा के लिए गुंडों से लड़ता है। ये कमांडो कोई और नहीं बल्कि करणवीर सिंह डोगरा यानी (विद्युत जामवाल) है। फिल्म की कहानी अलग-अलग धर्मो के बीच सामंजस्य, हिंदू-मुस्लिम और राष्ट्र को एक खूंखार आतंकवादी से बचाने के बारे में है। कमांडो करणवीर सिंह डोगरा जो एक आतंकी संगठन के लीडर का पीछा करता है। ये आतंकी संगठन का लीडर जो कई गुमराह युवाओं को अपने जाल में फंसाता है ताकी वो बड़े आतंकी हमले को अंजाम दे सकें। इसके लिए सरकार सर्वश्रेष्ठ कमांडो करणवीर सिंह डोगरा (विद्युत जामवाल) और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट भावना रेड्डी (अदा शर्मा) को चुनती है।
फिल्म में करणवीर सिंह डोगरा और भावना रेड्डी अपना संपर्क ब्रिटिश इंटेलिजेंस के मल्लिका सूद (अंगीरा धर) और अरमान (सुमित ठाकुर) से बनाते हैं। यहां से शुरू होता है आतंकी को पकड़ने का खेल। आतंकी हमले के मास्टर माइंड को बुराक को पकड़ने के लिए करणवीर सिंह डोगरा और उनकी टीम प्लान बनाती है। लेकिन बुराक की नजर उनके हर एक कदम पर होती है। ऐसे में बुराक दिवाली के मौके पर सबसे बड़े हमले के लिए प्लान बनाता है। जिससे करणवीर सिंह डोगरा की टीम नाकाम करने पूरी कोशिश करती है। अब उन्हें सफलता मिलती है या नहीं ये जानने के लिए दर्शकों को सिनेमाहॉल तक जाना होगा।
फिल्म की खास बातें और कमियां
फिल्म में कई मुद्दों को एक साथ दिखाया गया है। जिसमें सामाजिक, राजनीतिक और वैश्विक स्तर कई जरूरी बातें की जा रही है। एक्शन से भरपूर इस फिल्म में कदम कदम पर स्टंट देखने को मिलेगा। फिल्म में हर एक मुद्दे को कहानी के रूप में पेश करने की कोशिश की गई है। एक्शन फिल्म होने की वजह से विद्युत अपने किरदार में एकदम फिट दिखे। एक पुलिस ऑफिसर के किरदार में उन्होंने अपने किरदार को बखूबी निभाया है। इसके अलावा उनके एक्सप्रेशन भले ही लोगों को कच्चे नजर आए लेकिन एक्शन मामले में वो दर्शकों दिल जीतते नजर आएंगे। वहीं भावना रेड्डी (अदा शर्मा) ने अपने किरदार के साथ न्याय किया है। बात करें विलेन यानी बुराक के रोल में गुलशन देवैया की तो वो पर्दे पर बेहद खतरनाक और दमदार नजर आए। वो अपने हाव-भाव से ना सिर्फ लोगों को डराएंगे बल्कि उनका ध्यान भी आसानी से अपनी तरफ खींचते दिखाई देंगे।
डायरेक्टर आदित्य दत्त, जिन्होंने रोमांटिक आशिक बनाया आपने और सस्पेंस थ्रिलर टेबल नंबर 21 जैसी फिल्मों को बनाया है। उन्होंने फिल्म में हर एक कड़ी को अच्छे तरीके से दिखाने की कोशिश की है। हालांकि फिल्म में कुछ भी नया नहीं है, लेकिन आदित्य ने कुछ सीन्स को पर्दे पर शानदार तरीके से दिखाया है। कह सकते हैं कि उन्होंने एक्शन सीन के साथ कमाल करने की कोशिश की है। स्क्रीनप्ले आकर्षक है,लेकिन इसकी कहानी साधारण है। फिल्म का फर्स्ट हाफ लोगों को काफी दिलचस्प नजर आएगा। जिसमें बेहद रोमांचक सीन्स और एक्शन सीन्स होंगे।
फिल्म का म्यूजिक
फिल्म में म्यूजिक लोगों को पसंद आएगी। खास बात है कि इसकी कोरियोग्रोफी दर्शकों को आकर्षित करेगी। फिल्म में सीन्स के बैकगाउंड म्यूजिक भी दमदार है। इस फिल्म के सिनेमेटोग्राफर मार्क हैमिलटन ने बेहतरीन काम किया है। वहीं कई एक्शन सीन्स के बैकग्राउंड म्यूजिक लोगों को जोश से भर देगा। कहानी कमजोर होने की वजह से दर्शकों को ज्यादा देर तक सिनेमाहॉल में रोकने में कामयाब साबित नहीं होती है।