- दुलकर सलमान और मृणाल ठाकुर की फिल्म सीता रामम सिनेमाघरों में हुई रिलीज
- सीता रामम का निर्देशन हनु राघवपुडी ने किया है
- सिनेमाघर में जाने से पहले जान लीजिए कैसी है सीता रामम
Sita Ramam Movie Review and Rating in Hindi: साउथ एक्टर दुलकर सलमान और मृणाल ठाकुर की फिल्म सीता रामम बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म को हिंदी, तमिल, तेलुगु भाषा में रिलीज किया है। फिल्म को पोस्टर और ट्रेलर को दर्शकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिला था। फिल्म को लेकर दर्शक काफी एक्साइटेंड थे। इस फिल्म में दुलकर सलमान, मृणाल ठाकुर, रश्मिका मंदाना मुख्य कलाकारों में हैं। हनु राघवपुडी के निर्देशन में बनी सीता रामम दर्शकों की उम्मीद पर कितना खरी उतरी?
कैसी है फिल्म की कहानी
फिल्म की कहानी 80 के दशक में भारतीयों और पाकिस्तानियों के बीच युद्ध के हालातों पर आधारित है। कहानी की शुरुआत रश्मिका के किरदार आफरीन से होती है जो पाकिस्तानी छात्रा हैं और लंदन के विश्वविद्यालय में पढ़ती हैं। आफरीन एक महंगी कार को आग लगा देती है क्योंकि वो एक भारतीय की गाड़ी होती है। उसे सीता लक्ष्मी को एक लेटर देने का काम सौंपा जाता है। आफरीन के दिवंगत दादा अब्दुल तारिक ने अपनी वसियत में लिखा था कि आफरीन को लेफ्टिनेंट राम के लिखे पत्र को देना है। कौन है राम और वो सीता से कैसे जुड़ा है? आफरीन की सच्चाई क्या है और कैसे राम और तारिक एक- दूसरे से जुड़े हैं। इन सभी सवालों के लिए आपको सीतारामम देखने होगी।
निर्देशक हनु राघवपुडी ने सीता रामम में एक ऐसी लवस्टोरी दिखाने की कोशिश की है जो युद्ध के बीच बिना शर्त भी प्यार होता है। फिल्म में रश्मिका सीता राम की प्रेम कहानी तक ले जाने का काम करती हैं। शुरुआत में फिल्म एक फेरी टेल की तरह लग सकती है, लेकिन जब निर्देशक इसमें कॉमेडी को शामिल करने की कोशिश करते है तो यह थोड़ी उबाऊ हो जाती है। सीता रामम पहले हाफ में आपको बोर कर सकती है। लेकिन कहानी जैसे जैसे आगे बढ़ती है तो सीता- राम की लव स्टोरी आपका ध्यान खींचती है। फिल्म पूरी होने से पहले ही आप रश्मिका मंदाना यानी आफरीन की सच्चाई के बारे में पता लगा लेंगे।
ये भी पढ़ें- साउथ में हिट, बॉलीवुड में फेल रहे सीता रमम एक्टर Dulquer Salman, बॉक्स ऑफिस पर दोनों फिल्में हुई फ्लॉप
कैसी है अदाकारी
सीता रामम में दुलकर सलमान, मृणाल ठाकुर ने अच्छा काम किया है। रश्मिका मंदाना ने भी अपने रोल को अच्छे से निभाया है। पर्दे पर मृणाल और दुलकर सलमान की जोड़ी काफी अच्छी लग रगी हैं। फिल्म में ग्रे-शेड का किरदार निभाने वाले सुमंत ने अपने अभिनय से लोगों का ध्यान खींचा है। फिल्म की सिनेमेटोग्राफी बेहद शानदार है। हनु राघवपुडी ने कहानी को पर्दे पर उतने अच्छी तरह से नहीं उतारा है, कमजोर कहानी की वजह से ये फिल्म आपको बोर कर सकती हैं।