- बिग बॉस ने गैर वीआईपी प्रतियोगियों को दिया वीआईपी सीट चोरी करने का मौका
- बीते दिन के एपिसोड में घर वालों का निशाना बनने के बाद रोने लगीं तेजस्वी प्रकाश
- प्रतीक सहजपाल से भिड़े करण कुंद्रा, तेजस्वी को सॉरी बोलने के लिए कहा
मुंबई: बिग बॉस में बीते दिन 17 नवंबर के एपिसोड की शुरुआत में सभी लोग उठकर किचन में नाश्ता करने पहुंचे। लेकिन बिग बॉस ने घोषणा की कि अब गैर वीआईपी प्रतियोगियों के पास भी एक वीआईपी प्रतियोगी की सीट चोरी करने का मौका है। यह सुनकर नेहा भसीन, प्रतीक सहजपाल, राजीव अदतिया, सिम्बा नागपाल और जय भानुशाली खुश हो जाते हैं। वे वीआईपी कंटेस्टेंट को चिढ़ाने लगते हैं। राजीव तेजस्वी के ताने याद करते हैं जो तेजस्वी ने उन्हें दिए थे।
राजीव वीआईपी प्रतियोगियों से कहते हैं कि वे इस जगह के लायक भी नहीं हैं। राजीव के कमेंट्स से इशारा मिलता है कि बिग बॉस के घर में जबरदस्त लड़ाई होने वाली है। हर कोई तनाव में दिखता है और आगामी कार्य की प्रतीक्षा सबको होती है। नेहा वहां आती है और कहती है कि वह राजीव के कमेंट से पूरी तरह सहमत है।
नेहा ने आगे कहा कि उन्हें यह भी नहीं पता कि तेजस्वी लड़ाई के बाद इस घर में क्यों आईं। करण राजीव को कोने में ले जाता है और उससे कहता है कि अगर वह यह वीआईपी सीट जीतता है, तो यह उसके लिए फायदेमंद होगा। राजीव करण से पूछता है कि यह उसके लिए कैसे फायदेमंद होगा? करण जवाब देता है और उससे कहता है कि वह कुछ समय बाद उसे बताएगा।
इमोशनल हुईं तेजस्वी प्रकाश:
इस वीआईपी फाइट के बाद तेजस्वी घर में रोती नजर आईं तो सभी ने उनसे पूछा कि इसकी क्या वजह है? तेजस्वी जवाब देती हैं कि निशांत भट्ट उन्हें चिढ़ा रहे हैं और घर का काम नहीं करने पर डांट रहे हैं। वह रोने लगती है और कहती है कि निशांत ने भी उससे कहा कि वह आलसी है और वह करण के साथ रोमांस ही करना जानती है।
तेजस्वी काफी इमोशनल हो गईं और उन्होंने खुद को बेकार बताया। तेजस्वी तब निशांत से कहती हैं कि जब से उन्होंने घर में प्रवेश किया है तब से वह काम कर रही हैं और निशांत को उसे कुछ भी करने के लिए कहने का कोई अधिकार नहीं है। वह उसकी नौकर नहीं है और वह चाहेगी तभी काम करेगी। निशांत उसे बताता है कि वह इस रवैये को देखकर चिढ़ रहा है।
करण कुंद्रा और प्रतीक सहजपाल की लड़ाई:
इस लड़ाई के बाद प्रतीक सहजपाल वहां आ जाते है और तेजस्वी से लड़ने लगते हैं। करण उसे बचाने आता है लेकिन प्रतीक उसे भी इस लड़ाई में खींच लेता है। प्रतीक तेजस्वी को अपना मुंह बंद करने और उसके बारे में बकवास नहीं करने के लिए कहता है। करण प्रतीक पर गुस्सा हो जाता है और उसे तेजस्वी को सॉरी बोलने के लिए कहता है। प्रतीक करण से कहता है कि पहले उसे खुद कुछ शिष्टाचार सीखना चाहिए और करण यह भी कहता है कि प्रतीक को समझना चाहिए की तेजस्वी एक बच्ची है।