- केबीसी के बीते एपिसोड में शामिल पद्मा बंधोपाध्याय से भी निकला बिग बी का कनेक्शन
- पद्मा बंधोपाध्याय एयर मार्शल की रैंक पाने वाली पहली महिला रह चुकी हैं
- इससे पहले एपिसोड में अमिताभ की मुलाकात अपने पुराने अंगरक्षक से हुई थी
KBC 13 contestants connection with Amitabh Bachchan: कौन बनेगा करोड़पति के 13वें सीजन को होस्ट करते हुए हाल ही में अमिताभ बच्चन को दो ऐसे शख्स मिलें जिनका उनस पुराना नाता रहा है। बैक-टू-बैक एपिसोड में ऐसे लोगों से हुई मुलाकात से महानायक खुद सरप्राइज हैं। यही वजह है कि उन्होंने कहा कि दुनिया वाकई बहुत छोटी है। दरअसल गुरुवार के एपिसोड में भी एक महिला से अमिताभ बच्चन का पुराना कनेक्शन निकल आया। दरअसल वह अमिताभ बच्चन की बैचमेट रह चुकी हैं। उनका नाम पद्मा बंधोपाध्याय हैं। वह पूर्व फ्लाइट सर्जन व एयर मार्शल हैं। उन्होंने पद्म श्री पुरस्कार भी जीता है।
अमिताभ बच्चन से यूं इतने सालों बाद मिलकर कंटेस्टेंट काफी खुश नजर आईं। तभी जब बिग बी ने उनकी उपलब्धियां बताई और उन्हें लोगों से रूबरू कराया तो उन्होंने बताया कि बिग बी से उनका पुराना नाता रहा है। पद्मा बंधोपाध्याय ने कहा, "गड ईवनिंग सर, आप मुझे नहीं जानते होंगे, लेकिन मैं किरोड़ीमल कॉलेज में आपकी बैचबेट थी।"
ये बात सुनते ही अमिताभ हैरान रह गए। उन्होंने कहा, "हे भगवान," आप कॉलेस में किस साल थीं। इस पर कंटेस्टेंट ने कहा 60, 61 और 62 में मैं वहां अपना प्री-मेडिकल कर रही थी। फिर मैंने आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज ज्वाइन किया।" अमिताभ ने कहा, "यह कितनी छोटी दुनिया है, कितनी छोटी दुनिया है।" इस बात पर पद्म ने भी सहमति व्यक्त की।
शो में पद्मा बंधोपाध्याय के बारे में बताए हुए अमिताभ बच्चन ने कहा वह एयर मार्शल की रैंक पाने वाली पहली महिला थीं। बता दें कि एक हफ्ते में यह दूसरी बार है जब शो में अमिताभ के अतीत से किसी ने उनके साथ रास्ते को पार किया है। बुधवार के एपिसोड में, प्रतियोगी रश्मि कदम के पिता, जो उनके साथ शो में उनके साथ आए थे, उन्होंने अमिताभ को बताया कि वह 30 साल पहले उनके बॉडीगार्ड हुआ करते थे। राजेंद्र कदम ने कहा, "सर, मैं 1992 में आपका पीएसओ (निजी सुरक्षा अधिकारी) था, इसलिए मैंने आपके अंगरक्षक के रूप में काम किया है।" अमिताभ हैरान थे। राजेंद्र ने आगे कहा, "मेरी हमेशा से एक ख्वाहिश थी कि मैं आपके साथ फोटो खिंचवाऊं, लेकिन तब मोबाइल में कैमरे नहीं होते थे। लेकिन मैं आज यहां हूं, अपनी बेटी की बदौलत, इसलिए मैं बहुत खुश हूं।"