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KBC-12 में रितेश देशमुख के अमिताभ बच्चन के सामने छलके आंसू, बताया पिता का होना था लिवर ट्रांसप्लांट

Updated Oct 10, 2020 | 15:04 IST

KBC 12 Guest Riteish Deshmukh: रितेश देशमुख ने केबीसी-12 में अपनी लाइफ का बेहद इमोशनल पल शेयर किया। उन्होंने अपने पिता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के बारे में बात की...

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कौन बनेगा करोड़पति-12।
मुख्य बातें
  • केबीसी-12 के करमवीर एपिसोड में डॉ. सुनील श्रॉफ और अभिनेता रितेश देशमुख के साथ हॉट सीट बैठे।
  • रितेश, डॉ. सुनील श्रॉफ का केबीसी-12 के मंच पर अमिताभ बच्चन ने गर्मजोशी से स्वागत किया। 
  • एपिसोड में रितेश देशमुख ने अपनी लाइफ का एक बेहद इमोशनल पल शेयर किया।

कौन बनेगा करोड़पति-12 में आईं मृणालिका दुबे ने शो में बड़े ही बेहतरीन ढंग से अमिताभ बच्चन द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दिए। बिलासपुर से आईं 53 साल की मृणालिका दुबे सस्पेंस थ्रिलर लेखिका है और उन्होंने 25,00,000 रुपए जीतकर गेम छोड़ा। मृणालिका दुबे अब तक इतनी बड़ी रकम जीतने वाली केबीसी सीजन 12 की पहली कंटेस्टेंट बन गईं। जैसा कि ये केबीसी-12 का करमवीर एपिसोड था, इसलिए मृणालिका के तुरंत बाद मोहन फाउंडेशन के संस्थापक और प्रबंध ट्रस्टी डॉ. सुनील श्रॉफ, बॉलीवुड अभिनेता रितेश देशमुख के साथ हॉट सीट बैठे। दोनों ही केबीसी के मंच पर ऑर्गन डोनेशन का संदेह लेकर आए।

रितेश देशमुख और उनकी पत्नी जेनेलिया डिसूजा देशमुख ने अंग दान करने का संकल्प लिया है। इसीलिए रितेश, डॉ. सुनील श्रॉफ के साथ केबीसी-12 के मंच पर पहुंचे और अमिताभ बच्चन ने मेहमानों का गर्मजोशी से स्वागत किया। 

रितेश देशमुख ने केबीसी-12 के इस एपिसोड में अपनी लाइफ का एक बेहद इमोशनल पल शेयर किया। उन्होंने अपने स्वर्गीय पिता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के बारे में बताया। रितेश देशमुख ने बताया कि उनके पिता विलासराव देशमुख को लिवर ट्रांसप्लांट की आवश्यकता थी और उम्मीद कर रहे थे कि हमें मिल जाएगा। रितेश ने बताया कि हम चाहते थे कि हमारे पिता ठीक हों लेकिन कोई और बीमार नहीं करना चाहते थे। 

रितेश ने बताया कि उन्होंने खुद डोनर बनने का फैसला किया, लेकिन मेडिकल कॉम्प्लीकेशन के कारण ये फैसला स्वीकार नहीं किया गया। अभिनेता अपने पिता की कहानी सुनाते वक्त काफी इमोशनल हो गए और उनकी आंखों में आंसू आ गए। 

अमिताभ बच्चन ने केबीसी-12 के मंच से बताया डॉ. सुनील श्रॉफ और उनके एनजीओ द्वारा अब तक 11,609 लोगों की जान बचाई है। उनके एनजीओ को भारत सरकार द्वारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए से सम्मानित किया जा चुका है। एपिसोड में कुछ स्वस्थ्य हुए मरीजों ने अपनी इमोशनल कहानियां भी शेयर कीं। साथ ही डॉ. श्रॉफ ने बताया कि केबीसी के माध्यम से वो न केवल अंग दान के बारे में जागरूकता फैलाना चाहते हैं, बल्कि यह भी चाहते हैं कि लोग अंग दान को जीवन बचाने के लिए सर्वोच्च कर्म मानें। आपको बता दें, रितेश और डॉ. सुनील श्रॉफ ने काफी अच्छा केबीसी-12 में क्वीज शो खेला और मोहन फाउंडेशन एनजीओ के लिए 25 लाख रुपये जीते।

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