- मुकेश खन्ना और गजेंद्र चौहान के बीच जुबानी जंग पर नीतीश भारद्वाज ने चुप्पी तोड़ी है।
- नीतीश भारद्वाज ने कहा कि गजेंद्र चौहान को ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए थे।
- नीतीश भारद्वाज ने कहा कि गजेंद्र चौहान अपनी फ्रस्टेशन निकाल रहे हैं।
मुंबई. महाभारत के दो किरदार भीष्म पितामाह यानी मुकेश खन्ना और युद्धिष्ठर गजेंद्र चौहान के बीच जुबानी जंग चल रही है। सोशल मीडिया पर मुकेश खन्ना लगातार गजेंद्र चौहान पर निशाना साध रहे हैं। अब इस विवाद पर 'श्रीकृष्ण' यानी नीतीश भारद्वाज ने अपनी चुप्पी तोड़ी है।
बॉम्बे टाइम्स से बातचीत में नीतीश भारद्वाज ने कहा- 'हम पांचों (नीतीश, दुर्योधन, अर्जुन, गूफी पेंटल और गजेंद्र चौहान ) जो महाभारत की टॉप कास्ट थे मुकेश खन्ना और गजेंद्र चौहान के बीच चल रही इस जुबानी जंग से खुश नहीं हैं।'
बकौल नीतीश भारद्वाज- 'सबसे पहले, हर आदमी को अपनी राय रखने का पूरा हक है। अगर मुकेश की कपिल शर्मा शो को लेकर कुछ मानना है तो वह उनकी व्यक्तिगत राय है। अगर किसी को उस पर रिएक्शन देने का हक है तो वह कपिल शर्मा और उनकी टीम का है। ऐसे में गजेंद्र क्यों कपिल शर्मा शो का बचाव कर रहे हैं।'
गजेंद्र चौहान पर साधा निशाना
नीतीश भारद्वाज ने गजेंद्र चौहान द्वारा मुकेश खन्ना को फ्लॉप एक्टर कहने पर भी निशाना साधा है। नतीश भारद्वाज कहते हैं- 'किसी की परफॉर्मेंस या फिर करियर ग्राफ पर कमेंट करना अच्छी बात नहीं है।'
नीतीश आगे कहते हैं- 'हम सभी ने देखा है कि गजेंद्र चौहान ने अपनी फिल्मों में कैसा परफॉर्मेंस दिया है। पॉलीटिक्स और एफटीआईआई चेयरमैन के तौर पर उनका कार्यकाल कैसा रहा है। मुकेश खन्ना की परफॉर्मेंस और ज्ञान पर कमेंट कर वह अपनी फ्रस्टेशन निकाल रहे हैं।'
मुकेश खन्ना ने कहा था 'अधर्मराज'
मुकेश खन्ना ने गजेंद्र चौहान पर एक के बाद एक ट्वीट किए थे। मुकेश खन्ना ने लिखा- 'कलियुग के धर्मराज का नाम अधर्मराज कर देना चाहिए। द्वापर के धर्मराज सत्य बोलते थे धर्म का साथ देते थे। आज का अधर्मराज बेतुकी, बिना तर्क संगत बातें कहता है।' अपने समर्थन में बेमतलब कहावतें सुनाता है।'
मुकेश खन्ना ने एक दूसरे ट्वीट में लिखा- 'महाभारत की यूनिट जानती है की कैसे ये रवि चोपड़ा की चापलूसी में पूरे घुसे हुए थे। कहते हैं मुकेश खन्ना महाभारत में सिर्फ एक एक्टर था जैसे मैं हूं। इन्होंने कोई Phd नहीं की। अधर्मराज जी ये सच है जितनी महाभारत मैंने पढ़ी थी पूरी यूनिट ने नहीं पढ़ी होगी।'