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Faridabad Sewerage: फरीदाबाद के इन गांवों में सीवरेज की समस्‍या होगी खत्‍म, यहां लगेगा नया कॉमन ट्रीटमेंट प्लांट

Updated Jun 21, 2022 | 17:08 IST

Faridabad Sewerage News: आईएमटी के आसपास के दर्जनों गांवों में सीवरेज की समस्‍या अब खत्‍म होने वाली है। यहां एचएसआईआईडीसी एक नया सीटीपी बनाने जा रहा है। जिसका प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय को भेजा गया है। प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू होगा। यह प्‍लांट 10.5 एमएलडी क्षमता का होगा।

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
आईएमटी में बनेगा कॉमन ट्रीटमेंट प्लांट
मुख्य बातें
  • आईएमटी क्षेत्र में 10.5 एमएलडी क्षमता का बनेगा एक और सीटीपी
  • एचएसआईआईडीसी ने प्रस्‍ताव बनाकर अप्रूवल के लिए भेजा मुख्‍यालय
  • प्रस्‍ताव पास होने के बाद एक साल में 30 करोड़ की लागत से बनेगा सीटीपी

Faridabad Sewerage News: फरीदाबाद के आईएमटी के आसपास के दर्जनों गांवों में सीवरेज की समस्‍या अब खत्‍म होने वाली है। क्‍योंकि यहां पर हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट कॉरपोरेशन (एचएसआईआईडीसी) एक कॉमन ट्रीटमेंट प्लांट (सीटीपी) बनाने जा रहा है। सीटीपी बनाने की मंजूरी लेने के लिए एचएसआईआईडीसी की तरफ से प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय को भेज दिया गया है। वहां से प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद विभाग इसके निर्माण की रूपरेखा तैयार करेगा।

अधिकारियों ने बताया कि आने वाले तीन साल के अंदर आईएमटी के सभी प्लॉट में औद्योगिक गतिविधियां शुरू हो जाएंगी। इस वजह से यहां पर दूसरे सीटीपी की जरूरत पड़ेगी, अभी यहां पर एक सीटीपी कार्य कर रहा है। जिसकी क्षमता 10.5एमएलडी है। इससे आईएमटी के उद्योगों की जरूरतें पूरी हो रही हैं। हालांकि आसपास के दर्जनों गांवों को इसका फायदा नहीं मिल पा रहा है। जिसकी वजह से अब एचएसआईआईडीसी ने एक और सीटीपी बनाने की तैयारी पहले ही शुरू कर दी है।

सीटीपी पर खर्च होंगे 30 करोड़ रुपये

एक और सीटीपी बनाने में करीब 30 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस सीटीपी की क्षमता भी 10.5 एमएलडी होगी। इस सीटीपी से औद्योगिक इकाइयों के साथ आसपास के चंदावली, सोतई, नवादा, मच्छगर, कैराल और मुजेड़ी जैसे दर्जनों गांवों की जरूरत भी पूरी हो सकेगी। उपरोक्त गांवों की जमीन पर ही आईएमटी बनी है। इसी वजह से एचएसआईआईडीसी के पास ही इन गांवों के सीवरेज की व्‍यवस्‍था करने की जिम्‍मेदारी है। संपदा प्रबंधक डॉ. संजय कुमार मित्तल ने बताया कि अभी चल रहे सीटीपी से सिर्फ आईएमटी में लगी औद्योगिक इकाइयों की जरूरत पूरी हो रही हैं। आने वाले समय में यहां और अधिक औद्योगिक इकाइयां लगेंगी, साथ ही आसपास के गांवों की सीवरेज व्‍यवस्‍था करने की जिम्‍मेदारी भी हम पर है। इसलिए एक और सीटीपी लगाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। दूसरे प्लांट का प्रस्ताव तैयार कर मुख्यालय को भेजा गया है। वहां से अप्रूवल मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। जिसमें करीब एक साल का वक्‍त लगेगा। नए सीटीपी को शुरू होने के बाद गांवों को सबसे ज्‍यादा फायदा होगा।