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Faridabad Crime: बैंक खातों से अब इस खास तरीके से पैसे उड़ा रहे ठग, पुलिस ने बताया ठगी का तरीका

Updated May 13, 2022 | 21:41 IST

Faridabad Crime: लोगों का बैंक खाता खाली करने के लिए साइबर ठगों ने एक नया तरीका इजाद किया है। इसका खुलासा फरीदाबाद पुलिस द्वारा पकड़े गए एक गिरोह से हुआ। यह गिरोह आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (एईपीएस) से जुड़ी धोखाधड़ी करता था। पुलिस ने भूमि रिकॉर्ड विभाग को पत्र लिखकर रिकॉर्ड को सुरक्षित करने का अनुरोध किया है।

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
साइबर ठग कर रहे एईपीएस से जुड़े बैंक अकाउंट को खाली
मुख्य बातें
  • साइबर ठग एईपीएस से जुड़े बैंक अकाउंट को कर रहे खाली
  • ठग भूमि रिकॉर्ड विभाग की वेबसाइट से हासिल करते हैं अंगूठे का निशान
  • एईपीएस सक्षम पीओएस मशीनों का इस्तेमाल कर निकाल लेते हैं पैसा

Faridabad Crime: साइबर ठग लोगों के बैंक अकाउंट खाली करने के लिए आए दिन नए तरीके इजाद करते हैं। अब इन ठगों ने ठगी का अलग तरीका अपनाया है। ये शातिर ठग सरकारी वेबसाइट पर पड़े बैनामे (सेल डीड) से अंगूठों के निशान का क्लोन बनाकर लोगों के बैंक खाते खाली कर रहे हैं। साइबर सेल ने इस बाबत एक पत्र लिखकर भूमि रिकॉर्ड विभाग को सतर्क किया है।

पुलिस की तरफ से 10 मई को राज्य के भूमि रिकॉर्ड विभाग के निदेशक को एक पत्र लिखा गया है। जिसमें पुलिस ने बताया कि, फरीदाबाद पुलिस ने आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (एईपीएस) से जुड़े धोखाधड़ी के एक मामले का खुलासा किया है। पुलिस के अनुसार, इस मामले में ठगों ने अंगूठे का जाली निशाना बनाकर पीड़ित के खाते से लाखों रुपये निकाल लिए।

जमाबंदी की वेबसाइट से ठग जुटा रहे जानकारी

पुलिस द्वारा लिखे गए पत्र के अनुसार, ये शातिर ठग जमाबंदी की वेबसाइट पर जाकर जिला और तहसील विवरण भरने के बाद कोई भी तारीख डालकर उस दिन के सारे बैनामे डाउनलोड कर लेते हैं। पत्र के मुताबिक, किसी भी पंजीकृत बैनामे से वे एक बटरपेपर पर अंगूठे का निशान उतारते हैं और फिर सिलिकॉन का जाली अंगूठा बना लेते हैं। ये अपराधी इसके बाद इन अंगूठों के निशानों और अन्य विवरण से एईपीएस सक्षम पीओएस मशीनों का इस्तेमाल करके आधार से जुड़े बैंक खातों से पैसे निकाल लेते हैं।

पुलिस ने गिरोह का किया भंडाफोड़

पुलिस के पत्र में कहा गया है कि, इस तरह से ठगने के लगातार मामले सामने आ रहे हैं। पुलिस ने भूमि रिकॉर्ड विभाग से सिफारिश की है कि, वे वेबसाइट पर सिर्फ बैनामे का पहला पन्ना ही उपलब्ध कराएं। पुलिस ने बेवसाइट पर खामियों का पता लगाने और उन्हें दुरुस्त करने के लिए ऑडिट कराए जाने की भी सिफारिश की है। बता दें कि, फरीदाबाद पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो उंगलियों के निशान का क्लोन बनाकर और फिर एईपीएस के जरिए लोगों के खातों से कथित रुप से पैसे उड़ाते हैं।