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Faridabad News: फर्जी आधार कार्ड बनावा विदेशी उठा रहे थे यहां की सुविधाओं का लाभ, दो विदेशी सहित तीन गिरफ्तार

Updated Aug 07, 2022 | 13:36 IST

Faridabad News: आधार कार्ड बनवाने में फर्जीवाड़े की जांच कर रही क्राइम ब्रांच ने तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमें एक फरीदाबाद का तो दो नाइजीरियाई नागरिक हैं। तीनों को ग्रीन फील्‍ड कॉलोनी से गिरफ्तार किया गया।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
आधार कार्ड फर्जीवाड़े में दो विदेशी नागरिकों समेत तीन गिरफ्तार
मुख्य बातें
  • तीनों आरोपी नाइजीरियाई नागरिकों का बनवाते थे आधार कार्ड
  • गिरफ्तार आरोपी अजय इन नाइजीरियाई नागरिकों का था गाइड
  • इस फर्जीवाड़े के मुख्य आरोपी समेत तीन पहले से ही जेल में हैं बंद

Faridabad News: फरीदाबाद में फर्जी कागजात लगाकर विदेशियों का आधार कार्ड बनाने के मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच की टीम को बड़ी कामयाबी मिली है। इस गिरोह से जुड़े तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इन आरोपियों में एक आरोपी फरीदाबाद का रहने वाला और दो विदेशी नागरिक हैं। ये तीनों उसी गिरोह के अहम सदस्‍य हैं जो फर्जी तरीके से आधार कार्ड बनाता है। गिराफ्तार तीनों नागरिक ग्रीन फील्‍ड कॉलोनी में रहते थे। इनकी पहचान अजय और नाइजीरियाई नागरिक स्क्रिन लेमोगोउन और हेम्फरी के तौर पर हुई है।

क्राइम ब्रांच-85 प्रभारी जोगिंदर ने बताया कि, ये तीनों आरोपी ग्रीन फील्ड कॉलोनी में आसपास ही रहते थे। अजय इन नाइजीरियाई नागरिकों के लिए गाइड का काम करता है। उसने ही इन नाइजरियाई नागरिकों को आधार कार्ड बनाने वाले आरोपियों से मिलवाया था। जिसके बाद ये आरोपी भी दूसरे लोगों को यहां लाने लगे थे। क्राइम ब्रांच ने इन आरोपित के पास से दो हजार रुपये, फर्जी आधार कार्ड और एक आधार कार्ड स्लिप भी बरामद की है। पुलिस ने तीनों आरोपितों को अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया गया है।

सरकारी सुविधाओं के लिए बन रहे थे फर्जी आधार कार्ड

बता दें कि, इस फर्जीवाड़े का खुलासा पिछले माह हुआ था। क्राइम ब्रांच ने सेक्टर-82 बिहारी मार्केट में इस गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए मुख्‍य आरोपी रोहतक निवासी राहुल को गिरफ्तार किया था। यही फर्जी आधार कार्ड बनाने का कार्य करता था। इसके अलावा दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिसमें एक नाइजीरियाई महिला और एक अन्‍य आरोपी था। नाइजीरियाई महिला ने राहुल के साथ मिलकर यह फर्जीवाड़ा शुरू किया था। वह नाइजीरियन नागरिकों का भारत सरकार के स्‍वस्‍थ्‍य व अन्‍य सुविधाओं का फायदा लेने के लिए फर्जी आधार कार्ड बनवाती। इसके बदले उनसे चार हजार रुपये लेती, इसमें से 2500 रुपये राहुल को मिलते। इन आरोपियों ने मिलकर एक दर्जन से ज्‍यादा नाइजीरियाई लोगों का आधार कार्ड तैयार किया था। तीनों अभी जेल में बंद हैं।