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Faridabad PM Kisan Nidhi: पीएम किसान सम्मान निधि में फ्रॉड का अंदेशा, साढ़े चार हजार किसानों की जांच शुरू

Updated Jun 18, 2022 | 12:58 IST

Faridabad PM Kisan Nidhi: फरीदाबाद में पीएम किसान सम्मान निधि योजना में बड़े घपले का पता चला है। इस घोटाले की तह तक जाने के लिए कृषि विभाग द्वारा जांच शुरू कर दी गई है। विभाग को शक है कि जिले के करीब साढ़े चार हजार किसान गलत तरीके से इस योजना का फायदा उठा रहे हैं। जांच के बाद ऐसे किसानों पर कार्रवाई की जाएगी।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
फरीदाबाद में पीएम किसान सम्मान निधि योजना में फर्जीवाड़ा
मुख्य बातें
  • पीएम किसान सम्मान निधि योजना में फर्जीवाड़ा, जांच शुरू
  • जिले में करीब साढ़ चार हजार किसानों द्वारा फर्जीवाड़े का शक
  • कृषि व राजस्‍व विभाग की टीमें घर-घर जाकर कर रही जांच

Faridabad PM Kisan Nidhi: फरीदाबाद में पीएम किसान सम्मान निधि योजना में बड़े घपले का पता चला है। जिसके बाद कृषि विभाग द्वारा जांच शुरू कर दी गई है। विभाग की तरफ से इस समय सम्‍मान निधि पाने वाले साढ़े चार हजार से अधिक किसानों की जांच की जा रही है। जांच के लिए कई टीमों का गठन किया गया है। इस जांच में देखा जा रहा है कि इन किसानों के पास कृषि योग्य भूमि है या नहीं। यदि है तो उस पर खेती की जा रही है या कुछ और बन गया है। गलत तरीके से इस योजना का लाभ उठाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। बता दें इस योजना के तहत हर साल केंद्र सरकार किसानों को 2000-2000 की तीन किस्तों में 6000 रुपये देती है।

विभाग के अनुसार इस समय कृषि विभाग के कर्मचारी और राजस्व विभाग के पटवारी मिलकर सर्वे कर रहे हैं। इन टीमों द्वारा अब तक 2129 किसानों की रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। विभाग का दावा है कि अगले सप्ताह तक यह रिपोर्ट पूरी तरह तैयार कर ली जाएगी। जिसके बाद रिपोर्ट को राज्‍य सरकार के पास भेज दिया जाएगा। वहां से यह केंद्र सरकार के पास भेजा जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार जो सम्मान निधि पाने के हकदार नहीं होंगे, उनके नाम सम्‍मान निधि योजना से काट दिए जाएंगे। साथ ही उनसे अभी तक लिया गया पैसा भी रिकवर किया जा सकेगा।

जिले में 24,690 किसानों को मिलती है सम्मान निधि

बता दें कि फरीदाबाद जिले में अभी 24,690 किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि मिलती है। उपकृषि निदेशक वीरेंदर देव आर्य ने बताया कि इनमें से 4573 किसानों पर शक है कि वे सम्मान निधि के पात्र नहीं है और गलत तरीके से इस योजना का फायदा उठा रहे हैं। इन किसानों की सूची कृषि विभाग के पास आ गई है। अब विभाग की टीम गांव-गांव जाकर एक-एक किसान की जांच कर रही है। इसके लिए कृषि विभाग व पटवारियों की संयुक्त टीमें बनाई गई हैं। यह टीम मुख्य रूप से देख रही है कि सम्मान निधि लेने वाले वास्तव में किसान हैं या नहीं। हम यहां से रिपोर्ट बनाकर भेज देंगे। इसके बाद जो भी निर्णय होगा वह सरकार लेगी। मौके पर जाकर पूरी निष्पक्षता के साथ रिपोर्ट तैयार की जा रही है।