- अंतरराष्ट्रीय स्तर का विज्ञान भवन निर्माण का टेंडर जारी
- सेक्टर-78 में आठ एकड़ में किया जाएगा इसका भव्य निर्माण
- निर्माण कार्य शुरू होने के तीन साल के अंदर इसे कर लिया जाएगा पूरा
Faridabad News: राज्य सरकार की तरफ से ग्रेटर फरीदाबाद को मिला विज्ञान भवन का तोहफा अब फाइलों से निकलकर धरातल पर दिखने लगा है। फरीदाबाद के लिए सबसे अहम अंतरराष्ट्रीय स्तर के इस विज्ञान भवन का निर्माण कार्य जल्द शुरू होने जा रहा है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने इसके निर्माण के लिए टेंडर जारी कर दिया है। इस विज्ञान भवन को सेक्टर-78 में बनाया जाएगा। प्रशासन का दावा है कि यह उत्तर भारत का सबसे बड़ा विज्ञान भवन होगा। इसके बनने से ग्रेटर फरीदाबाद के विकास को भी नई गति मिलेगी।
बता दें कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 2019 अगस्त में इस विज्ञान भवन निर्माण का शिलान्यास किया था, लेकिन इसके बाद यह प्रोजेक्ट करीब तीन साल तक सिर्फ फाइलों में ही टहलता रहा। जिससे इसके निर्माण पर ही संशय होने लगा था। हालांकि अब यह प्रोजेक्ट फाइलों से बाहर निकल आया है। एचएसवीपी अधिकारियों के अनुसार टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के तत्काल बाद ही इसका निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।
विज्ञान भवन के निर्माण पर खर्च होंगे करीब 378 करोड़ रुपये
राज्य सरकार द्वारा पास किए गए इस प्रोजेक्ट पर करीब 378 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया है। यह इमारत आठ एकड़ में बनेगी। इसके लिए सेक्टर-78 में जगह फाइनल हो चुका है। इस भव्य इमारत में बड़े प्रदर्शनी हॉल के साथ बहुत से मल्टीपरपज हॉल भी बनाए जाएंगे। इसमें तीन बड़े ऑडिटोरियम भी बनाए जाएंगे। जिनमें सबसे बड़े में 2500 लोग, दूसरे में 1000 लोग और तीसरे में 600 लोग एक साथ बैठ सकेंगे। एचएसवीपी के अधीक्षण अभियंता राजीव शर्मा के अनुसार विज्ञान भवन का काम शुरू होने के बाद पूरा होने में करीब तीन साल लगेंगे। टेंडर खुलने के बाद वर्क अलॉट हो जाएगा।
भविष्य में विज्ञान भवन के ऊपर फाइव स्टार होटल बनाने का प्लान
अधिकारियों के अनुसार, भविष्य में विज्ञान भवन के ऊपर फाइव स्टार होटल बनाने का प्लान है। इसलिए भवन का आधार बहुत ही मजबूत बनाया जाएगा। फाइव स्टार होटल 200 कमरों की क्षमता वाला होगा। इस पूरी इमारत को इको फ्रेंडली बनाने के लिए इसमें सोलर एनर्जी को इस्तेमाल किया जाएगा। साथ ही भविष्य की जरूरत के हिसाब से पॉड टैक्सी खड़ी करने की व्यवस्था यहां पर होगी। यहां के बेसमेंट में दो हजार गाड़ियां खड़ी हो सकेंगी।