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Faridabad News: एटीएम यूज करते समय रहें सावधान, ठग ऐसे बनाते हैं शिकार, ठगों ने बताया ये तरीका

Updated Aug 17, 2022 | 13:11 IST

Faridabad News: क्राइम ब्रांच 56 की टीम ने दो ऐसे ठगों को गिरफ्तार किया है जो एटीएम से पैसे निकालने में मदद का झांसा देकर ठगी करते थे। इन आरोपियों ने फरीदाबाद और गुरुग्राम में कई वारदात को अंजाम दिया है और पिछले चार साल से भगौड़ा घोषित थे।

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने वाले दो ठग गिरफ्तार
मुख्य बातें
  • दोनों आरोपी फरीदाबाद और ग्रुरुग्राम में करते थे ठगी
  • कई बार जा चुके जेल, चार साल से घोषित थे भगौड़ा
  • ठगी के लिए एटीएम के आसपास लगाते रहते थे चक्‍कर

Faridabad News: फरीदाबाद की क्राइम ब्रांच 56 की टीम को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस टीम ने कई सालों से जिले के अंदर एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने वाले दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों पर फरीदाबाद के अलावा गुरुग्राम में भी ठगी के कई केस दर्ज हैं। साथ ही कई बार ये दोनों जेल भी जा चुके हैं। पुलिस ने दोनों को भगौड़ा घोषित कर रखा था।

पुलिस ने दोनों आरोपियों की पहचान अरसद तथा रामकुमार के तौर पर की है। ये दोनों  पलवल जिले के घाघोट गांव के रहने वाले हैं और साथ में मिलकर ठगी का कार्य करते हैं। जांच के दौरान पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से दूसरों के 10 एटीएम कार्ड, वारदात में प्रयुक्त मोटरसाइकिल तथा स्विफ्ट कार सहित 10 हजार 500 रुपये बरामद किए हैं।

एटीएम से पैसा निकालने की मदद के बहाने करते थे ठगी

क्राइम ब्रांच 56 के प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि इन दोनों आरोपियों की शहर में होने की जानकारी मिली थी। जिसके बाद इन्‍हें शहर के एक मॉल के पास से गिरफ्तार किया गया। इन आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि ये ठगी करने के लिए ऐसे बुजुर्ग, महिला या लोग की तलाश में रहते थे जिन्हें एटीएम चलाना नहीं आता था। ये दोनों एटीएम के आसपास ही बने रहते और फिर मौका मिलते ही मदद के नाम पर एटीएम का पिन कोड पता कर लेते थे। इसके बाद पास में पहले से मौजूद एटीएम कार्ड से उसका एटीएम कार्ड बदल लेते थे। जब वह वहां से चला जाता तो उसके खाते से पैसे निकाल लेते थे। अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ में सामने आया कि दोनों आरोपित कई बार जेल भी जा चुके हैं। इनपर गुरुग्राम में छह मामले दर्ज हैं और वहां भी ये वांछित अपराधी हैं। ये दोनों आरोपित वर्ष 2019 के एक धोखाधड़ी के मुकदमे में फरार चल रहे थे, जिसके कारण अदालत ने इन्‍हें भगोड़ा घोषित कर रखा है।