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Ghaziabad Crime: बैंक पॉलिसी व एफडी के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी का आरोपित गिरफ्तार, ऐसे किया फ्रॉड

Updated Jul 04, 2022 | 16:15 IST

Ghaziabad Crime: बैंक में पॉलिसी व एफडी के नाम पर दर्जनों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाला ठग गिरफ्तार हो गया है। आरोपी टेरिटरी मैनेजर ठगी के बाद से ही फरार चल रहा था। अब पुलिस आरोपी का रिमांड लेकर फ्रॉड के अन्‍य मामलों की भी जानकारी हासिल करेगी।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
करोड़ों की ठगी करने वाला टैरिटी मैनेजर गिरफ्तार
मुख्य बातें
  • सैकड़ों ग्राहकों से करोड़ों रुपए की ठगी करने वाला पकड़ा
  • आरोपी था टेरिटरी मैनेजर, मामला दर्ज होने के बाद से था फरार
  • आरोपी ने ग्राहकों से पॉलिसी व एफडी के नाम पर की ठगी

Ghaziabad Crime: शहर के अंबेडकर रोड स्थित बैंक में पॉलिसी व एफडी के नाम पर दर्जनों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाला ठग गिरफ्तार हो गया है। इस टेरिटरी मैनेजर को नगर कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता पाई। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से ही आरोपित फरार चल रहा था। आरोपी टेरिटरी मैनेजर विजयनगर प्रताप विहार का रहने वाला है। नगर कोतवाली प्रभारी अमित कुमार खारी ने बताया कि आरोपी ने लोगों से एफडी व पॉलिसी के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी की है।

पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ पीड़ित पल्लव अग्रवाल ने शिकायत दर्ज कराई थी कि इंश्योरेंस कंपनी में टेरिटरी मैनेजर से उसने एक-एक लाख रुपये वार्षिक प्रीमियम वाली दो पॉलिसी कराई थीं। दोनों पॉलिसी में हर साल एक-एक लाख रुपये जमा होना था। पॉलिसी की राशि उनके खाते से कटती रही, लेकिन टेरिटरी मैनेजर ने प्रीमियम की कोई रसीद उन्हें नहीं दी।

अब तक आ चुका एक करोड़ से ज्‍यादा ठगी 

पुलिस ने बताया कि शिकायतकर्ता ने आरोपी टेरिटरी मैनेजर से कई बार रसीद मांगी, लेकिन इसने पॉलिसी जमा करने की रसीद नहीं दी। आरोपी ने 13 जून को कई लोगों को बैंक बुलाकर उनकी रसीद देने का वादा किया था, जब लोग बैंक पहुंचे तो वह गायब हो गया। बाद में कई लोगों ने बैंक जाकर हंगामा किया था। इस दौरान पता चला था कि मनोज भारद्वाज ने दर्जनों लोगों से बीमा पॉलिसी व एफडी के नाम पर रकम लेकर उन्हें फर्जी रसीदें थमा दी थीं। शिकायत के बाद पहुंची पुलिस ने जब जांच की तो पहले ही दिन एक करोड़ से अधिक का फर्जीवाड़ा सामने आया था। नगर कोतवाली प्रभारी ने बताया कि अब आरोपी का रिमांड लेकर पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि आरोपी ने कितनों लोगों के साथ फ्रॉड किया है और इस फ्रॉड में बैंक का कोई अधिकारी तो शामिल नहीं है। आपको बता दें कि मामला खुलने के बाद सैकड़ों लोगों के सपने टूट गए, ये लोग अपनी मेहनत की कमाई जोड़—जोड़ अपने भविष्य के लिए पॉलिसी ले रहे थे। लेकिन इन्हें अच्छे रिर्टन की जगह धोखा मिला।