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Ghaziabad Water News: विजय नगर के लोगों को अब नहीं होगी पानी की कमी, जल निगम की पेयजल परियोजना पार्ट-1 हुई पूरी

Updated Jun 24, 2022 | 13:29 IST

Ghaziabad Water News: अमृत योजना के अंतर्गत जल निगम की ओर से चल रही पेयजल परियोजना पार्ट-1 का काम पूरा कर दिया गया है। विजय नगर और उसके आस-पास रहने वाले लोगों को अब पानी की समस्या का सामना नहीं करना होगा।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
गाजियाबाद के विजयनगरवासियों को रोज मिलेगा एक करोड़ लीटर पानी (प्रतीकात्मक तस्वीर)
मुख्य बातें
  • पेयजल परियोजना पार्ट-1 का काम पूरा कर दिया गया
  • जल निगम इस परियोजना पर लंबे समय से काम कर रहा था
  • विजय नगर में रहने वाले लोगों को एक करोड़ लीटर अतिरिक्त पानी

Ghaziabad Water News: विजय नगर और उसके आस-पास रहने वाले लोगों को अब पानी की समस्या का सामना नहीं करना होगा। सरकार ने अमृत योजना के जरिए विजय नगर की पेयजल समस्या को दूर कर दिया है। इस एरिया में अमृत योजना के अंतर्गत जल निगम की ओर से चल रही पेयजल परियोजना पार्ट-1 का काम पूरा कर दिया गया है। विजय नगर में पीने के पानी की समस्या को दूर करने के लिए जल निगम इस परियोजना पर लंबे समय से काम कर रहा था।

इस पेयजल परियोजना पार्ट-1 के तहत 12 नलकूपों का ट्रायल पूरा कर लिया गया है। अब इस परियोजना को जल निगम की तरफ से नगर निगम को हस्तांतरित कर दिया जाएगा। इन 12 नलकूपों के शुरू होने के बाद विजय नगर में रहने वाले लोगों को करीब एक करोड़ लीटर (10 एमएलडी) अतिरिक्त पानी की सप्लाई होगी। 

एक लाख लोगों को पीने के पानी की आपूर्ति

इस परियोजना से करीब एक लाख लोगों को पीने के पानी की आपूर्ति होगी। अमृत योजना के अंतर्गत इस पेयजल परियोजना पर जल निगम ने करीब 37 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इस परियोजना में 12 नलकूपों के अलावा 5 सेंट्रल वाटर रिजर्वायर (सीडब्ल्यूआर), एक ओवरहेड टैंक और 25 किमी लंबी पाइप लाइन बिछाई गई है। यह पेयजल परियोजना विजय नगर के साथ कैलाश नगर, प्रताप विहार सहित पांच जोन में बांटकर विकसित की गई है।

चार महीने पहले काम पूरा कर लिया

जल निगम ने इस परियोजना पर करीब चार महीने पहले काम पूरा कर लिया था, लेकिन ट्रायल और अन्य काम के चलते उसको अब चालू किया गया है। पेयजल परियोजना शुरू होने के बाद इसको संचालित करने का काम अब नगर निगम करेगा और कॉलोनियों में पानी की आपूर्ति को बढ़ाएगा। 12 नलकूपों वाली इस पेयजल परियोजना को नगर निगम को हस्तांतरित करने से पहले इसके अधिकारी जल निगम अफसरों के साथ मिलकर संयुक्त निरीक्षण करेंगे। ताकि बाकि कमी को जल्द पूरा किया जा सके।