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Ghaziabad Pink Bus News: अब महिलाओं के हाथ में होगी पिंक बस की स्टेयरिंग, इन रूटों पर दौड़ाएंगी पिंक बसें

Updated May 18, 2022 | 18:49 IST

Ghaziabad Pink Bus: गाजियाबाद से चलने वाले पिंक बसों की स्‍टेरिंग जल्‍दी ही महिलाों के हाथ में होगा। उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा दिए जा रहे प्रशिक्षण को 22 महिला चालकों ने पूरा कर लिया है। ये महिलाएं जून माह से लखनऊ, गोरखपुर, देहरादून तक इस बसों को दौड़ाती नजर आएंगी।

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तस्वीर साभार:&nbspफेसबुक
महिला चालक चलाएंगी पिंक बस
मुख्य बातें
  • जून माह से पिंक बसों की स्‍टेयरिंग थामेंगी महिला चालक
  • 22 महिला चालकों ने पूरा किया सात माह का प्रशिक्षण
  • इन बसों में महिला सुरक्षा का रखा जाएगा पूरा ध्‍याान

Ghaziabad Pink Bus: गाजियाबाद के साहिबाबाद बस डिपो से चलने वाले 18 एसी पिंक बसों की स्‍टेयरिंग अब महिलाओं के हाथ में होगी। उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा दिए जा रहे प्रशिक्षण को 22 महिला चालकों ने पूरा कर लिया है। ये महिलाएं जल्द ही लखनऊ, गोरखपुर, देहरादून तक इस बस को दौड़ाती नजर आएंगी। खास बात यह कि इसमें परिचालक भी महिलाएं ही होंगी। परिवहन विभाग द्वारा इन महिला चालकों को कानपुर स्थित परिवहन निगम के प्रशिक्षण संस्थान में सात माह की ट्रेनिंग दी गई है। बता दें कि, परिवहन विभाग ने महिलाओं व बच्‍चों की सुरक्षा के लिए ये पिंक बसें शुरू की हैं।

इसमें चालक व परिचालक महिला ही होंगी। साहिबाबाद डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक राम लवट ने बताया कि, अभी तक इन पिंक बसों को पुरुष चालक चला रहे थे, क्‍योंकि अभी हमारे पास महिला चालक नहीं थी। अब सभी महिला चालकों का प्रशिक्षण पूरा हो गया है। इसलिए अब ये पिंक बसों की कमान संभालेंगी। परिवहन विभाग द्वारा इन महिला चालकों को बस चलाने से लेकर यात्रा के दौरान बस में आने वाली छोटी-मोटी समस्याओं को दूर करने के लिए भी प्रशिक्षित किया गया है। अधिकारियों के अनुसार जून माह में ये चालक इन बसों की स्‍टेरिंग थाम लेंगी।

इन रूट पर होगा बसों का संचालन

उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा चलाए जाने वाले इन पिंक बसों का संचालन कौशांबी डिपो के अलावा कश्मीरी गेट डिपो से भी किया जाएगा। कौशांबी डिपो से ये बसें जहां हरिद्वार, लखनऊ, गोरखपुर और सनौली बार्डर के लिए जाएंगी, वहीं कश्मीरी गेट से ये बसें ऋषिकेश और देहरादून के लिए यह संचालित होंगी। इन बसों को सुबह सात बजे से रात दस बजे तक चलाया जाना प्रस्तावित है।

बस में महिलाओं को मिलेगी पूरी सुरक्षा

इन बसों को खास तौर पर महिलाओं की सुरक्षा को ध्‍यान में रखकर बनाया गया है। हलांकि बस में महिला व पुरुष दोनों यात्रा कर सकेंगे। इसके प्रत्येक सीट के ऊपर पेनिक बटन लगा हुआ है। आपातकालीन स्थिति में इन बटन को दबाते ही परिवहन के इंटरसेप्टर और स्थानीय पुलिस को आपातकालीन सूचना मिल जाएगी। जिसके बाद जीपीएस के मदद से तत्‍काल बस को लेकेट कर लिया जाएगा। वहीं इस बस में सुरक्षा के तहत तीन सौ किलोमीटर से अधिक दूरी वाले रास्ते पर दो महिला चालक मौजूद रहेंगी।