- अरावली सफारी पार्क का बनेगा डिजिटल बाउंड्री का नक्शा
- 16 गांव के जमीनों का सरकार करेगी अधिग्रहण
- दस हजार एकड़ में विकसित होगा यह सफारी पार्क
Gurugram Safari Park: राज्य सरकार की ड्रीम योजना में से एक अरावली सफारी पार्क पर कार्य अब कागजी कार्रवाई और बैठकों का दौर शुरू हो गया है। जल्द ही गुरुग्राम के लोगों को इस योजना पर काम होता भी नजर आने लगेगा। इस सफारी पार्क को वर्ल्ड क्लास पर्यटन स्थल बनाने को लेकर पर्यटन विभाग हरियाणा के प्रधान सचिव एमडी सिन्हा ने गुरुग्राम तथा नूंह के अधिकारियों के साथ बैठक कर पूरी योजना पर चर्चा की।
इस बैठक में निर्णय लिया गया कि, इस अरावली सफारी पार्क के क्षेत्र की निशानदेही के लिए इस माह के अंत तक डिजिटल बाउंड्री का नक्शा तैयार कर लिया जाएगा। प्रधान सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि, निशानदेही करते समय यह अंकित करना न भूलें कि, जमीन का मालिकाना हक किसके पास है ताकि उसी अनुसार संबंधित विभाग अथवा ग्राम पंचायत के साथ समझौता किया जा सके। बैठक में गुरुग्राम के जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेंद्र सारवान ने बताया कि, प्रस्तावित सफारी पार्क के क्षेत्र में 10 गांव का रकबा आएगा। इसमें से तीन गांवों की जमीन की निशानदेही पूरी हो गई है, अगले 10 दिन में गांवों में निशानदेही का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। वहीं नूंह के 6 गांवों की जमीन इस पार्क के अंदर आएगी।
ये गांव आएंगे सफारी पार्क के दायरे में
अधिकारियों के अनुसार, इस सफारी पार्क को लगभग दस हजार एकड़ भूमि में विकसत किया जाएगा। इसमें लगभग 6000 एकड़ भूमि गुरुग्राम जिला और लगभग 4000 एकड़ भूमि नूंह जिला में पड़ती है। इस पार्क के दायरे में गुरुग्राम का गांव सकतपुर, गैरतपुर बास, नरसिंहपुर, बार गुर्जर, टिकरी, शिकोहपुर, घामडोज, अकलीमपुर, भोंडसी तथा अलीपुर शामिल हैं। वहीं नूंह कोटा खंडेवला, गंगवानी, मोहम्मदपुर अहीर, खरक जलालपुर, भंगो और चाहल का गांव आएंगे।
बैटरी चलित वाहनों से होगी जंगल सफारी
अधिकारियों के अनुसार, इस सफारी में लोगों को सभी तरह के जानवर देखने को मिलेंगे। इस सफारी में आने वाले लोग केवल बैटरी चलित वाहनों से ही घूम सकेंगे ताकि अरावली पर्वत श्रृंखला की हरियाली और पर्यावरण को नुकसान न हो। यहां पर लोगों को पिकनिक मनाने डेस्टिनेशन वेडिंग करने की सुविधा भी दी जाएगी। इसके लिए हरियाणा सरकार की तरफ से प्लान तैयार किया जा रहा है।