- बिजली की कटौती से गुरुग्राम में मचा हाहाकार
- वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट पूरी क्षमता से पानी की सप्लाई नहीं कर पा रहे
- शहर के कई इलाकों में लोग पैसे खर्च करके मंगा रहे निजी वॉटर टैंकर
Gurugram Water Crisis: प्रचंड गर्मी में हो रही बिजली की कटौती से हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है। घरों में पॉवर बैकअप के संसाधन बंद पड़े हैं, लोग सड़कों पर उतर रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी लोगों को राहत नहीं मिल पा रही। इस अघोषित पॉवर कट का असर शहर की पेयजल आपूर्ति पर भी हो रहा है। बिजली की कटौती की वजह से चंदू बुढेड़ा और बसई वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट अपनी पूरी क्षमता से नहीं चल पा रहे हैं।
आपको बता दें कि कुछ मिनट के बिजली कट से ही पेयजल सप्लाई घंटो बाधित रहती है। दरअसल, पेयजल आपूर्ति लाइन में प्रेशर बनने और लाइन को पूरी तरह भरने में समय लग जाता है। बिजली कटौती की वजह से प्रेशर बनने में ही काफी समय बर्बाद हो जाता है। जिस कारण शहर के कई इलाकों में पानी या तो समय पर पहुंच नहीं रहा या फिर लो प्रेशर के साथ आ रहा है। इस वजह से पेयजल संकट होने लगा है।
पानी के टैंकर मंगवाने पर मजबूर लोग
पेयजल संकट से जूझ रहे लोग इस समय पैसे खर्च कर पानी के टैंकर मंगवाने पर मजबूर हैं। इस समय सबसे ज्यादा संकट शहर के उद्योग विहार, सेक्टर 22, सेक्टर 23, डूंडाहेड़ा और डीएलएफ एरिया में है। इसके अलावा सेक्टर 10 ए के काफी घरों में भी पानी नहीं पहुंच रहा। अब आलम ये है कि यहां के लोग चंदा लगाकर पानी के निजी टैंकर मंगा रहे हैं।
सड़क पर लोगों ने किया प्रदर्शन
पानी और बिजली की इस समस्या को लेकर उद्योग विहार के लोगों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन भी किया। हालांकि इसके बाद भी लोगों की समस्या का निवारण नहीं हो रहा है। वहीं जीएमडीए के अधिकारी इस समस्या का कारण बिजली कट को मान रहे हैं। अधिकारियों के मुताबिक इस समय शहर के अंदर 525 एमएलडी पेयजल आपूर्ति हो रही है। वहीं चंदू बुढेड़ा और बसई वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट को भी पूरी क्षमता से चलाने की कोशिश हो रही है, लेकिन बीच-बीच में लगने वाले बिजली कट इसमें सबसे बड़ी बाधा बन रहे हैं। इससे पानी का प्रेशर बनने में समय लगता है।