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Gurugram Alcohol Smuggling: सेना की वर्दी पहनकर ले जा रहा था शराब, पुलिस ने की जांच तो निकला शराब तस्‍कर

Updated May 14, 2022 | 19:13 IST

Gurugram Alcohol Smuggling: गुरुग्राम पुलिस ने तीन ऐसे शराब तस्‍करों को गिरफ्तार किया है, जो सेना अधिकारी बन इम्पोर्टेड शराब की तस्‍करी करते थे। आरोपियों के पास से नायब सूबेदार के दो फर्जी आईकार्ड और 224 बोतल शराब बरामद हुई हैं। आरोपियों को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
आरोपी के पास से बरामद फर्जी आईकार्ड
मुख्य बातें
  • आरोपी सेना अधिकारी बन करते इम्पोर्टेड शराब की तस्‍करी
  • नायब सूबेदार के फर्जी आईकार्ड और 224 बोतल शराब बरामद
  • आरोपी करीब तीन साल से गुरुग्राम से गुजरात पहुंचा रहे थे शराब

Gurgram Alcohol Smuggling: गुरुग्राम में शराब तस्‍करी का एक अनोखा मामला सामने आया है। कुछ शराब तस्‍कर सेना की वर्दी में शराब तस्‍करी कर रहे थे। गुरुग्राम पुलिस की अपराध शाखा सेक्टर-39 ने एक ऐसे ही तीन आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से नायब सूबेदार का फर्जी आईकार्ड बरामद हुआ है। पुलिस ने आरोपितो की पहचान गुलशन खन्ना व रवि निवासी गुरुग्राम और राठौर आशिष भाई निवासी पंचमहल, गुजरात के रूप में की है।

पुलिस ने इन आरोपियों से 224 बोतलें (इम्पोर्टेड शराब) अवैध शराब भी बरामद की है। इसके अलावा तस्‍करी में प्रयोग की जाने वाली एक कार तथा आर्मी के 02 फर्जी कार्ड बरामद किए गए। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ पालम विहार थाने में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि आरोपी काफी समय से सेना की वर्दी की धौंस जमाकर शराब तस्‍करी कर रहे थे।

पकड़े जाने पर पुलिसकर्मियों को दिखाता था वर्दी की धौंस

आरोपियों के बारे में जानकारी देते हुए एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने बताया कि गुरुग्राम का रहने वाला आरोपी रवि बीते कई सालों से गुरुग्राम और अहमदाबाद के बीच शराब तस्करी कर रहा था। इस दौरान इसे कई बार पुलिसकर्मियों द्वारा रोका भी गया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि जब भी उसे कहीं पर पकड़ा जाता, तो वह हर बार उस शराब को अपनी बताता और ट्रांसफर होने की बात कहकर पुलिसकर्मियों को गुमराह करता था।

गुजरात से बनवाया था फर्जी आई-कार्ड

आरोपी गुरुग्राम से गुजरात शराब पहुंचाने के लिए पांच हजार रुपये लेता था। आरोपी ने पूछताछ में यह भी खुलासा किया है कि उसने यह फर्जी आई-कार्ड गुजरात से बनवाया था। पुलिस अब अहमदाबाद जाकर जहां से आईकार्ड को बनवाया था, वहां भी जांच करेगी। पुलिस ने सभी आरोपियों से पूछताछ कर शनिवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से इन तीनों को जेल भेज दिया गया।