- केले में भरपूर फाइबर पाया जाता है
- केले में स्टार्च प्रतिरोधी क्षमता होती है
- कच्चा केला रोगों से लड़ने में कारगर है
पका केला तो आप खूब खाते होंगे, लेकिन क्या आपको पता है कि पके केले से कहीं ज्यादा कच्चा केला फायदेमंद होता है। फाइबर, विटामिन-सी, विटामिन-बी6, प्रोविटामिन-ए, पोटैशियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, जिंक व फेनोलिक जैसे तत्वों से भरा कच्चा केला कई रोगों की दवा है।
फाइबर और आयुर्वेदिक गुणों से युक्त कच्चा केला डायबिटीज, मोटापा, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोगों के साथ ही कैंसर से बचाने में कारगर होता है। कच्चे केले को किसी भी रूप में खाया जा सकता है। आयरन से भरपूर होने के कारण इसे पका कर खाना ज्यादा फायदेमंद होता है। कच्चे केले की सब्जी या भर्ता खाने में रोज शामिल करने की आदत आपको कई बीमारियों से बचा सकती है।
कच्चे केले खाने के जानें बेशुमार फायदे
1. पाचन क्षमता बढ़ाता है कच्चा केला
कच्चे केले में फाइबर बहुत होता है और ये स्टार्च प्रतिरोधी क्षमता से भरा होता है। ये दोनों ही चीजें पाचन क्षमता को बढ़ाने के काम करती हैं। कच्चा केला आसानी से पच भी जाता है और आंत को भी साफ रखता है। साथ ही ये पेट की अन्य समस्याओं को भी दूर करता है।
2. भूख और वजन कम करने में सहायक
अगर आपकी भूख कंट्रोल नहीं होती और खाने के बाद जल्दी-जल्दी भूख लग जाती है तो आपको कच्चा केला जरूर खाना चाहिए। कच्चा केला वेट लॉस में भी बहुत मददगार होता है। दरअसल कच्चे केले में फाइबर ज्यादा होता है इसलिए इसे खाने के बाद पेट लंबे समय तक भरा महसूस होता है।
3. शुगर कंट्रोल करने में कारगर
खून में मौजूद शुगर की मात्रा बढ़ने से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। इससे बचने में कच्चा केला रामबाण साबित हो सकता है। वजह है इसमें मौजूद प्रतिरोधि स्टार्च और फाइबर की अच्छी मात्रा। प्रतिरोधी स्टार्च और फाइबर खून से शुगर के लेवल को घटाने में मदद मिलती है। साथ ही इसमें पाया जाने वाला ऐंटी डायबिटिक गुण सुरक्षा कवच का काम करता है। वहीं, अगर किसी को डायबिटीज की समस्या है, तो उसे कच्चा केला खाने के साथ विशेषज्ञ डॉक्टर की भी सलाह लेनी चाहिए।
4. पेट से जुड़े रोगों में भी फायदेमंद
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल यानी पेट की बीमारियों जैसे कब्ज, बवासीर, इन्फेक्शन, लूज मोशन आदि को दूर करने में भी कच्चा केला मददगार साबित हो सकता है।
5. कैंसर से भी बचाता है कच्चा केला
सही समय पर इलाज न होने से कैंसर जानलेवा साबित हो सकता है। कैंसर से दूर रहने के लिए प्राकृतिक विकल्प के तौर पर कच्चे केले पर भरोसा किया जा सकता है। कच्चे केले के आटे में प्रतिरोधी स्टार्च पाया जाता है, जो रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ा सकता है।
6. स्वस्थ दिल के लिए कच्चा केला
हाई कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर दिल की गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। वहीं, दिल को सेहतमंद बनाए रखने का गुण कच्चे केले में बखूबी होता है। इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा बढ़े कोलेस्ट्रॉल को काबू में रखती है। इसके अलावा, कच्चे केले में न्यूट्रास्यूटिकल (nutraceutical) गुण भी पाया जाता है, जो दिल की समस्याअओं के मामले में सुरक्षात्मक भूमिका निभाता है।
कच्चे केले से नुकसान
कच्चा केला खाने के फायदे तो बहुत हैं, लेकिन इसकी अधिक मात्रा नुकसान का भी सबब बन सकती है। लेकिन अगर कच्चे केले को लगातार अधिक मात्रा में खाया जाए, तो पाचन तंत्र फाइबर को पचाने में असमर्थ हो जाता है। इससे गैस, सूजन और पेट में ऐंठन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कच्चे केले से खून में मौजूद शुगर की मात्रा घट जाती है। ऐसे में जिन्हें लो- शुगर की समस्या है, उन्हें केला खाने से बचना चाहिए या डॉक्टर की सलाह के बाद ही आगे बढ़ना चाहिए। जिन्हें केले से एलर्जी हो, उन्हें तो बिल्कुल इससे दूर रहना चाहिए।
कच्चा केला खाना फायदेमंद है, लेकिन जरूरत से ज्यादा इसे खाने से बचें।