लाइव टीवी

Baby Care Tips: बच्चों के मल में आ रहा है खून, तो ये हो सकते हैं कारण

Updated Jun 23, 2022 | 22:25 IST

Baby Care Tips: बच्चों के मल में खून आने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कब्ज एक समस्या है। दरअसल, कब्ज की स्थिति में बच्चे को फ्रेश होने में बहुत दिक्कत हो सकती है। इससे बच्चे के स्टूल में खून आ सकता है। इस स्थिति को एनल फिशर भी कहते हैं।

Loading ...
Blood in stool causes
मुख्य बातें
  • गलत डाइट की वजह से होती है खून आने की समस्या
  • मां के दूध में खून आने की समस्या
  • बच्चों को फाइबर युक्त खाना खिलाने से मिलेगा आराम

Baby Care Tips: बच्चों की परवरिश करना बहुत मुश्किल होता है। उनकी देखभाल करना, उनकी बातें समझना और उनकी परेशानियों को दूर करना इतना आसान नहीं होता है। कई बार बच्चों के मल में खून आने लगता है, तो कई बार इसका रंग बदलने लगता है। इतना ही नहीं खान-पान के असर की वजह से बच्चों के मल से बहुत गंध भी आ सकती है। ऐसे में डॉक्टर को दिखाना जरूरी होता है, क्योंकि ये किसी गंभीर समस्या के संकेत भी हो सकते हैं। हालांकि, अगर समस्या गंभीर नहीं है, तो कुछ घरेलू उपायों के जरिए भी इस समस्या को दूर किया जा सकता है। तो चलिए जानते हैं बच्चों के मल में खून आने के कारणों के बारे में-

पढ़ें- डायबिटीज में शुगर लेवल को करना चाहते हैं कंट्रोल, तो लौंग का करें इस्तेमाल

बच्चों में खून आने के हो सकते हैं ये कारण

कब्ज

बच्चों के मल में खून आने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कब्ज एक समस्या है। दरअसल, कब्ज की स्थिति में बच्चे को फ्रेश होने में बहुत दिक्कत हो सकती है। इससे बच्चे के स्टूल में खून आ सकता है। इस स्थिति को एनल फिशर भी कहते हैं। 

डाइट और दवाइयों का सेवन

कई बार बच्चा जब किसी अन्य बीमारी की दवा खाता है, तो उसकी वजह से भी बच्चों के मल में खून आ सकता है। इसके लिए एक बार डॉक्टर से सलाह अवश्य लें। इसके साथ ही बच्चे की डाइट पर भी ध्यान दें। 

ब्रेस्ट मिल्क में खून आना

जो बच्चे स्तनपान करते हैं, उनकी सेहत पर मां की सेहत का भी असर पड़ता है। कई बार निप्पल में चोट लगने से मां के स्तनों से दूध के साथ खून भी आ सकता है। ऐसे में अगर बच्चा मां का दूध पीता है, तो उसके मल में खून आ सकता है। 

बच्चों के मल से खून आने की समस्या को ऐसे करें दूर

वैसे तो इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक होता है, लेकिन कुछ उपाय घर पर भी किए जा सकते हैं। ऐसे में बच्चों को फाइबर युक्त खाना खिलाएं, गुड़ का शरबत पिलाएं और नारियल पानी पिलाएं। 

( डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)