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Winter Health Tips: बंद कमरे में अंगीठी या हीटर जलाना हो सकता है खतरनाक, इन बातों का हमेशा रखें ध्यान

Updated Jan 08, 2020 | 07:00 IST

सर्दी से बचने के लिए हीटर या कोयले की अंगीठी अब घर-घर जलने लगी है, लेकिन इसे जलाने में जरा सी लापरवाही जानलेवा () साबित हो सकती है। इसे जलाने से पहले कुछ बातों को जरूर जान लें।

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तस्वीर साभार:&nbspInstagram
Burning coal
मुख्य बातें
  • बंद कमरे में ऑक्सिजन की कमी जानलेवा होती है
  • अंगीठी जलाते हुए कमरे कि खिड़कियां थोड़ी खुली रखें
  • ब्लोअर जलाएं तो, कमरे में बाल्टी में पानी भर कर रखें

ठंड का प्रकोप अब अपने चरम पर है। ऐसे में इससे राहत पाने का एक ही तरीका होता है आग या हीटर। कोयले वाली अंगीठी ग्रामीण क्षेत्रों में खूब जलाई जाती है, लेकिन ये सबसे ज्यादा खतरनाक भी होती है। इस जालते समय बहुत ही सावधानी बरतनी चाहिए वरना ये जानलेवा साबित होती है। यदि आपको ऐसा लगता है कि हीटर सेफ है तो आपको अपनी ये सोच बदलनी होगी। हीटर या ब्लोअर भी जानलेवा हो सकता है, ठीक उसी तरह जिस तरह से कोयले की अंगीठी होती है। इसलिए जब भी आप घर के अंदर कोयले की अंगीठी जलाएं या हीटर तो कुछ बातों का खास ख्याल रखें। 

क्यों होता है घर में हीटर या कोयला जलना खतरनाक
अंगीठी में कोयला या लकड़ी जब जलाया जाता है तो इसमें से कॉर्बन मोनो ऑक्साइड गैस निकलती है। यदि ये बाहर यानी खुले में जलाया जाए तो नुकसानदेह नहीं होता क्योंकि पर्याप्त ऑक्सिजन मौजूद होती है। लेकिन यदि इसे घर के अंदर बंद कमरे में जलाया जाता है तो ऑक्सिजन कम होता जाता है और कॉर्बन मोनो ऑक्साइड गैस बढ़ती जाती है। कार्बन का असर सीधे ब्रेन पर होता है और सांस के जरये ये पूरे शरीर में फैल जाती है। इससे अचानक ही इंसान बेहोश हो जाता है और दमघुटने से उसकी मौत हो जाती है। 

हीटर और ब्लोअर भी होता है खतरनाक
केवल कोयला ही नहीं बल्कि ब्लोअर और हीटर भी बंद कमरे में जलाना जानलेवा हो सकता है। बंद कमरे में लंबे समय तक ब्लोअर या हीटर जलाने से कमरे का तापमान बढ़ता जाता है और नमी की कमी होने लगती है। ऑक्सिजन भी कम होता जाता है। ऐसे में सांस लेने में दिक्कत या दम घुटने की समस्या हो सकती है।

जला रहे हीटर या कोयला तो जरूर बरतें ये सावधानी
अंगीठी कभी भी बंद कमरे में न जलाएं, कमरे में रखें तो खिड़की या दरवाजा थोड़ा सा खुला रखें। ताकि ऑक्सिजन की कमी न हो। 
घर में जब भी हीटर या ब्लोअर जलाएं, वेंटिलेशन का ध्यान रखें। ऑक्सिजन के लिए खिड़की या दरवाजे को खुला रखें। 
कभी भी बंद कमरे में लकड़ी के अलाव जलाकर न सोएं। घुटन से जान जा सकती है।
यदि हीटर या ब्लोअर बंद कमरे में जला रहे तो कमरे के एक कोने में एक बाल्टी पानी भर कर रख दें। 


 
जब भी अंगीठी या हीटर जलाएं कमरा पूरी तरह से बंद न करें। बंद कमरे में ऑक्सिजन कम होगा तो जान जा सकती है।