- हैजा की बीमारी मूल रुप से शरीर में पानी की कमी से होता है
- इस बीमारी के शिकार मरज को डायरिया और बुखार भी होता है
- ये बीमारी आम तौर पर गंदगी वाले जगहों पर फैलती है
हैजा एक ऐसी सक्रामक बीमारी है जो शरीर में पानी की कमी से होता है। पानी की कमी के साथ-साथ शरीर में ग्लूकोज, विटामिन्स और मिनरल्स की भी कमी हो जाती है। ये बीमारी इतनी घातक होती है कि इससे मरीज की जान भी जा सकती है। एक समय में इस बीमारी से अनगिनत लोगों की जानें चली गई थी। इस बचाव मात्र एहतियात बरतना है और खान पान में सावधानी बरतना है। इसके साथ-साथ मरीज को डायरिया और बुखार भी होता है।
ये बीमारी आम तौर पर गंदगी वाले जगहों पर फैलती है साथ ही ज्यादा भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में जहां पर साफ-सफाई नियमित तौर पर नहीं रखा जाता है। इसमें शरीर के भीतर का तरल उल्टी या फिर शौच के माध्यम से बाहर निकल जाता है। इसमें व्यक्ति कमजोर हो जाता है।
कारण
- गंदी जगहों पर उपजाया गया फसल या सब्जियां खाने से भी ये रोग होता है
- खुली जगहों या खुले मार्केट से खरीदे से सामान का सेवन करने से भी हैजा होने का खतरा होता है
- कभी-कभी नगर निगम का पानी भी गंदा आता है उससे भी ये बीमारी होने का खतरा रहता है
- नगर निगम के पानी से बनाए गए बर्फ का इस्तेमाल करने से
- स्ट्रीट वेंडर से सप्लाई किए जाने वाले फूड आयटम्स से
- गंदे पानी से तैयार किए गए फलों से
- अधपके भोजन का सेवन करने से
- इन सबसे बैक्टीरिया के संक्रमण का खतरा रहता है जिससे आसानी से व्यक्ति इस रोग का शिकार हो जाता है।
लक्षण
- मांसपेशियों में दर्द और पेट में मरोड़न
- ब्लड प्रेशर लो हो जाना
- मुंह में सूखापन का एहसास होना
- कानों, नाक और गले का सूखना
- बार-बार प्यास लगना
- हृदय गति अनियमित हो जाना
घरेलू उपचार
- अधिक से अधिक पानी पीना। हैजा में मुख्य रुप से शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इसलिए इसका सबसे पहला और बेस्ट उपाय है आप जतना ज्यादा से ज्यादा पानी पी सकें ताकि आपके शरीर में पानी की कमी दूर हो।
- दही का रेगुलर इस्तेमाल। दही से पेट की समस्याओं दूर होती हैं। यह डिहाइड्रेशन और डायरिया को दूर करने में मदद करता है। पेट में बनने वाले अम्ल जिसके कारण बार-बार उल्टियां होती है उससे राहत दिलाने में दही मदद करता है। प्रतिदिन एक कटोरी दही अपने भोजान में शामिल करें।
- नीम का तेल इस्तेमाल करें,ये आपको लो ब्लड प्रेशर को संतुलित बनाता है। एस कपड़े में कुछ बूंदें नीम के तेल की डालें। इब इस कपड़े को अपने माथे पर दिन में तीन बार रखें। रोजाना दिन में तीन बार ये प्रक्रिया करें।
- अपने भोजन में रोजाना एक केला शामिल करें यह डिहाइड्रेशन को दूर करता है। या तो आप साबुत बनाना खा सकते हैं या फिर इसका स्मूदी बनाकर दिन में एक बार पी सकते हैं।
- तुलसी वाली चाय बना कर पीएं। तुलसी वालीचाय शरीर की इम्युनिटी को मजबूत बनाने में मददगार होती है।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए है, इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रुप में नहीं लिया जा सकता। कोई भी स्टेप लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर कर लें।)