- स्वस्थ दांतों के लिए देखभाल कई तरीके से कर सकते हैं।
- ठीक से ब्रश नहीं करने से कमजोर हो सकती है इम्यूनिटी।
- स्वस्थ दांत के लिए बच्चों को भी प्रेरित करें।
चेहरे की मुस्कान को खूबसूरत बनाए रखने के लिए अपने दांतों की सफाई और चमकर का भी ख्याल रखना जरूरी है। खराब दांत खूबसूरती के साथ-साथ स्वास्थ्य पर भी गहरा प्रभाव डाल सकते हैं। दांत संक्रमण पैदा करने वाले कीड़े को शरीर के अंदर आने से रोकते हैं और इम्यूनिटी सिस्टम को स्वस्थ्य बनाए रखने में मदद करते हैं। इसलिए आपने दांतों की देखभाल सही तरीके से करना बेहद जरूरी है।
स्वस्थ्य दांत के जरिए हम अपने इम्यूनिटी को भी स्वस्थ्य रख सकते हैं। दांतों को स्वस्थ्य बनाए रखने के लिए हम उनकी देखभाल कई तरीके से करते हैं। जिसमें आपकी डायट अहम रोल निभाती है। हेल्दी डायट के जरिए दांतों के साथ-साथ अन्य बीमारियों से भी बच सकते हैं। अगर आपका आहार पोषक तत्वों से भरपूर है और चीनी कम खाते हैं तो दांत खराब होने के खतरे कम हो जाते हैं।
क्या है टीथ प्लॉक
मुंह में मौजूद बैक्टीरिया दांतों की सतह पर जमा होने लगते हैं, जिसे प्लॉक कहा जाता है। प्लॉक के कारण दांतों की सड़न और मसूड़ों की बीमारी होती है। ऐसे में आपको मसूड़ों की बीमारी होने की आशंका है तो आप दिन में दो बार ब्रश कर के प्लॉक के जोखिम को कम कर सकते हैं। शोध के मुताबिक सभी लोगों को दिन में दो बार ब्रश करना चाहिए, इसके साथ ही साल में दो बार डेंटिस्ट से चेकअप करवाना चाहिए। वहीं बच्चों को दो मिनट तक ब्रश करना काफी बोरिंग लगता है। इसलिए उन्हें मोटिवेट करते हुए ब्रश करने की सलाह दें।
ठीक से ब्रश नहीं करने से कमजोर हो सकती है इम्यूनिटी
अगर आप रोजाना ब्रश ठीक से नहीं करेंगे तो बैक्टीरियल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। मुंह से ये बैक्टीरिया रोगग्रस्त मसूड़ों या उन जगहों से आपके ब्लडस्ट्रीम में पहुंच सकते हैं। इससे आपके दांत खराब हो जाएंगे। इसके बाद आपकी इम्यूनिटी प्रतिक्रिया करती है और लीवर से सी-रिएक्टिव प्रोटीन या सीआरपी निकलता है। सीआरपी एक ऐसा पदार्थ है जो किसी भी तरह की सूजन होने पर शरीर में निकलता है। यह प्रक्रिया कोई नुकसान नहीं करती है, लेकिन अगर सीपीआर लगातार जारी किया जाता है तो अन्य स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानिया शुरू हो सकती हैं। सीपीआर में हाई लेवल बढ़ने से पुरुषों और महिलाओं हृदय रोग का जोखिम बढ़ जाता है।
जानें किसे है अधिक खतरा
दांत खराब होने का खतरा सिर्फ युवाओं में नहीं बल्कि 40 प्रतिशत बच्चों में भी यह समस्या देखने को मिली है। इससे बाद में स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का भी खतरा बढ़ जाता है। अपने इम्यूनिटी को स्वस्थ रखने के लिए दिन में दो बार ब्रश करें। इससे आप न सिर्फ खूबसूरत स्माइल पा सकेंगे बल्कि अपने मुंह को बैक्टीरिया से बचा पाएंगे। दांतों की सफाई साफ पानी से करें।
स्वस्थ दांत के लिए बच्चों को भी प्रेरित करें
बच्चों में शुरू से हेल्दी आदतों के बारे में बताएं। नए माता-पिता अपने बच्चो के देखभाल के लिए उन्हें नहाने से लेकर कपड़ों तक का खास ख्याल रखते हैं। जिससे वह बैक्टीरिया की चपेट में न आए। ऐसे में बच्चों को अपने दांतों का ख्याल कैसे रखें, इस बारे में भी जरूर बताएं। उन्हें ब्रश करने के लिए मोटिवेट कर सकते है, ताकी वह अपने दांतों का ख्याल खुद रख सकें।