- कोरोना वायरस से अब तक 275,000 लोग प्रभावित हो चुके हैं।
- जानें क्या है कोरोना वायरस और कैसे शुरू हुआ इसका प्रकोप।
- इस वायरस से पीड़ित लोगों में फ्लू जैसे ही लक्षण हैं।
चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ कोरोना वायरस के संक्रमण अब दुनियाभर में फैल चुका है। इसमें बहुत से लोगों को बिना किसी वजह से निमोनिया होने लगा और देखा गया कि पीड़ित लोगों में से अधिकतर वुहान के मांस मार्केट में मछली बेचते हैं और जीवित पशुओं का व्यापार करते हैं। बता दें कि दुनियाभर में इस वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या 11,000 पहुंच गई है। वहीं इसकी संख्या लगातार बढ़ रही है।
इस वायरस से पीड़ित लोगों में फ्लू जैसे ही लक्षण हैं। इस वायरस से अब तक 275,000 लोग प्रभावित हो चुके हैं। वहीं इस वायरस के चपेट में आने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सरकार द्वारा दिशानिर्देश जारी होने के बावजूद पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मौजूदा हालात को देखते हुए सरकार ही नहीं बल्कि आम जनता भी काफी परेशान है। वहीं लोगों जानना चाहते हैं कि कोरोना वायरस क्या है और कैसे इसका प्रकोप शुरू हुआ।
क्या है कोरोना वायरस
डब्लूएचओ(विश्व स्वास्थ्य संगठन) के अनुसार कोरोना वायरस कई वायरस प्रकारों का एक समूह है, जो मैमल्स और पक्षियों में रोग के कारक होते हैं। यह आरएनए वायरस होते हैं। इंसान में यह श्वास तंत्र संक्रमण के कारण होते हैं, जो साधारण सर्दी-जुकाम से लेकर मर्स और सार्स जैसे कई गंभीर रोगों की वजह है। लेकिन कभी कभी यह जानलेवा होते हैं। कोविड-19,हालांकि एक नई बीमारी है, जिसे साल 2019 में खोजा गया था और पहले इसकी पहचान मनुष्यों में नहीं की गई थी।
कोरोना वायरस ज़ूनोटिक हैं, जिसका अर्थ है कि वह जानवरों और लोगों के बीच संचारित होते हैं। विस्तृत जांच में पाया गया कि 7 जिसमें नया वायरस शामिल है तुरंत इंसानों की तरफ बढ़ रहे हैं। लेकिन ज्यादातर सिर्फ ठंड जैसे लक्षण पैदा करते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक सिर्फ 15 से 20 प्रतिशत अस्पताल के मामलों को गंभीर रूप बताया गया है। वहीं इस वक्त मृत्यु दर 0.7 प्रतिशत और 3.4 प्रतिशत के बीच होती है। हालांकि मर्स (30 प्रतिशत) और सार्स(10 प्रतिशत) की तुलना में मृत्यु दर बहुत कम है।
कैसे शुरू हुआ इसका प्रकोप
कोरोना वायरस के बारे में सबसे पहले चीन के वुहान शहर, हुबेई प्रांत में पता चला था। पहले संक्रमण मांस बाजार से जुड़ा था, जहां वह जिंदा और मरे हुए मछली और जानवरों को बेचा जाता है, लेकिन तब तक यह वायरस एक इंसान से दूसरे इंसान में फैल रहा था। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस तरह के बाजारों में वायरस फैलने का खतरा अधिक होता है क्योंकि यहां गंदगी और साफ-सफाई की वजह से इन वायरसों को जानवरों से मनुष्यों में आने का खतरा अधिक बढ़ जाता है। फिलहाल अभी तक इस वायरस की शुरुआत जानवरों से हुई है, इसकी कोई पुष्टि सामने नहीं आई है। लेकिन माना जा रहा है मुख्य तौर पर यह चमगादड़ से निकला है। वहीं दूसरी तरफ वुहान के इस बाजार में चमगादड़ नहीं बेचे जाते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि यह वायरस मुर्गी या दूसरे जानवरों में फैला हो।