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Delhi Momos Case 2022: दिल्ली में मोमोज खाते वक्त दम घुटने से एक व्यक्ति की हुई मौत, एम्स ने जारी की चेतावनी

Updated Jun 16, 2022 | 20:22 IST

Man Died Due to Momos Choking in Delhi:  दिल्ली में मोमोज खाते वक्त दम घुटने की वजह से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। एम्स के मुताबिक मौत की वजह दम घुटना बताया जा रहा है। इसको लेकर एम्स ने अपनी तरफ से लोगों के लिए एक एडवाइजरी भी जारी की है।

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मोमोज को लेकर एम्स ने दी एडवाइजरी
मुख्य बातें
  • दिल्ली में मोमोज खाने के कारण 50 साल के व्यक्ति की हुई मौत 
  • दम घुटना बताई जा रही है वजह
  • एम्स ने जारी की मोमोज को खाने को लेकर एक एडवाइजरी

नई दिल्ली: मोमोज भारत का सबसे पसंदीदा स्नैक्स है। इसे हर कोई बड़ी चाव के साथ खाता है। लेकिन हाल में दिल्ली में मोमोज खाते वक्त दम घुटने की वजह से एक व्यक्ति की मौत हो गई जिसको लेकर एम्स ने लोगों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। आपको बता दें कि दिल्ली के एम्स में एक मृत शरीर लाया गया। वह नशे में लग रहा था और सड़क किनारे मोमोज खा रहा था कि अचानक गिर पड़ा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, एक मोमो उसकी उसकी विंड पाइप के पास फंसा हुआ पाया गया जिससे डॉक्टर्स को ये लगता है कि इस वजह से दम घुटने से उसकी मृत्यु हो गई। यदि आप मोमोज खाने के शौकीन हैं, तो आप एम्स के इस एडवाइजरी को जरूर फॉलो करें। 

एम्स ने दी एडवाइजरी

हाल में एम्स ने बताया है, कि दिल्ली में 50 वर्षीय व्यक्ति की मौत मोमोज खाने की वजह से हो गई है। मेडिकल जांच के मुताबिक मौत की वजह सांस की नली में मोमोज का फंसना पाया गया है। इसको लेकर एम्स के विशेषज्ञों ने लोगों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। जिसमें इन्होंने कहा है कि मोमोज एक चिकना और फिसलने वाला स्नेक्स है। इसे खाते वक्त सही ढंग से चबाएं और निगलें। वरना दम घुटने से किसी भी मौत हो सकती है।

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क्या होती है चोकिंग

एक्सपर्ट के अनुसार चोकिंग सांस की नली में कुछ फंसना या अटकना कहलाता है। आपको बता दें हमारे गले में भोजन और सांस की नली समानांतर होती हैं। जब हम कुछ खाते हैं, तो एपिग्लोटिस कैप सांस की नली को ढक देता है, ताकि खाना भोजन की नली में जा सके। लेकिन कभी-कभी खाते वक्त कुछ टुकड़े सांस की नली में फंस जाते हैं, जिसकी वजह से चोकिंग की समस्या उत्पन्न  हो जाती है। कभी-कभी ऐसी समस्या मौत की वजह भी बन जाती है।

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न्यूरोजेनिक कार्डिएक अरेस्ट क्या होता है?

न्यूरोजेनिक कार्डियक अरेस्ट को चिकित्सकीय रूप में न्यूरोलॉजिक स्टनड मायोकार्डियम भी कहा जाता है। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें कुछ न्यूरोलॉजिकल घटनाएं जैसे- मिरगी के दौरे,स्ट्रोक और मस्तिष्क आघात,हृदय की मांसपेशियों को चोट पहुंचाते हैं। ऐसा होने से व्यक्ति की अचानक मौत भी हो सकती है।