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Covid-19 and Coronavirus Difference: कोविड-19 और कोरोना वायरस में जानें क्या है अंतर, ये है वायरस की पहचान

Updated Mar 27, 2020 | 06:15 IST

Differences between covid-19 and corona virus : क्या कोविड 19 और कोरोनो वायरस एक ही चीज हैं या इन दोनों नामों में कोई अंतर है?  क्योंकि इसके बारे में बात होती है तो अलग-अलग नामों का उल्लेख होता है।

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Differences between covid-19 and coronavirus, कोराना वायरस और कोविड-19 में जानें अंतर
मुख्य बातें
  • इसे एक्यूट रेस्पेरेटरी सिंड्रोम कोरोना वायरस-2 कहते हैं
  • कोविड-19 वायरस, कोरोनो वायरस से संबंधित है
  • दोनों वायरस आनुवंशिक रूप से संबंधित होते हुए भी अलग हैं

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार COVID-19  कोरोनो वायरस के कारण होने वाली बीमारी का नाम है। कोरोनो वायरस का एक विशिष्ट नाम भी है, एक्यूट रेस्पेरेटरी सिंड्रोम कोरोना वायरस-2 ( acute respiratory syndrome coronavirus 2) या संक्षिप्त में इसे SARS-CoV-2 भी कहा जाता है। क्योंकि ये आमतौर पर बोलने में थोड़ा कठिन था और ये वायरस कोरोनो वायरस से संबंधित है, इस कारण इसका नाम कोविड-19 रखा गया। कोरोना वायरस 2003 में SARS प्रकोप के लिए भी जिम्मेदार माना गया था। हालांकि ये दोनों वायरस आनुवंशिक रूप से संबंधित होते हुए भी अलग हैं। वायरस और उनके कारण होने वाली बीमारियों में अक्सर अलग-अलग नाम दे दिए जाते हैं।

वैश्विक संगठन देता है नाम

वायरस का नाम एक वैश्विक संगठन देता है। इसका नाम इंटरनेशनल कमिटी ऑन टैक्सोनॉमी ऑफ वायरस है। इस वायरस में एक नया स्ट्रेस देखा गया था इसलिए इसे "नोवल" कहा गया है। यही कारण है कि इसे "नोवल कोरोना वायरस" बोला जा रहा है। कोरोना वायरस अपेक्षाकृत सामान्य हैं और सामान्य सर्दी-जुकाम के लिए जिम्मेदार होता हैं।

कोविड-19 कोरोना का नया स्तर है

इस नए कोरोना वायरस में संक्रमणों के हल्के लक्षण पहले नजर आते हैं, जिसमें खांसी और बुखार भी शामिल हैं। समय के साथ ये गंभीर होता जाता है और इसमें निमोनिया का असर होने लगता है। सांस लेने में तकलीफ, किडनी फेल होना, दिल या फेफड़ों की बीमारी  जैसी दिक्कतें मौत का कारण बन जाती हैं। ये बीमारी एक से दूसरे में आसानी से फैलती है। संक्रमित व्यक्ति की सांस, खांसने, छींकनें या थूक से ये बीमारी तेजी से फैलती है। यूएस ने कोविड-19 के वायरस की उत्पति को अज्ञात माना है और उनके मुताबिक इस वायरस से क्वारेंटीन के जरिये ही बचा जा सकता है।

कोरोनावायरस क्या है?

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना वायरस को एक बड़े परिवार यानी कोरोनविर्यूज के रूप में परिभाषित किया है। ये वायरस सामान्य सर्दी-जुकाम से लेकर गंभीर बीमारियों तक का कारण बन सकता है। कोरोना वायरस में संक्रमण के सामान्य लक्षण होते हैं। इसे SARS-Cov भी कहा जाता है और ये 2003 में में सामने आ चुका है।

कोविड-19 के बारे में जानें और बातें

  • 11 फरवरी को डब्ल्यूएचओ ने इस बीमारी का नाम कोविड-19 दिया
  • वायरस और उनके कारण होने वाली बीमारियों में अक्सर अलग-अलग नाम होते हैं। जैसे एचआईवी वायरस बढ़ने पर एड्स का कारण बनता है और रुबेला वायरस मिजल्स का कारण।
  • 'नॉवेल कोरोनो वायरस' को एक नाम इंटरनेशनल कमेटी ऑन टैक्सोनॉमी ऑफ वायरस (आईसीटीवी) ने दिया है।
  • क्लिनिकल ट्रायल, टीका और दवाओं के विकास की सुविधा के लिए उनके आनुवंशिक संरचना के आधार पर वायरस का नाम दिया गया है।
  • नोवल कोरोना वायरस को एक्यूट रेस्पेरेटरी कोरोना वायरस-2 सार्स-कोव-2 (SARS-CoV-2) नाम दिया गया है।
  • कोरोना वायरस का नाम सार्स-कोव रखा गया था। अनुवांशिक रूप से ये दोनों वायरस संबंधित हैं, लेकिन ये अलग-अलग हैं।
  • एशिया में जो 2003 में सार्स(SARS) का प्रकोप से सबसे अधिक था। कोरोना वायरस कोविड-19 के लिए जिम्मेदार है।