- हर साल 10 से 16 मई तक फूड एलर्जी जागरुकता सप्ताह मनाया जाता है
- प्रोग्राम के तहत बताया जाता है कि कौन-कौन से फूड प्रोडक्ट से जानलेवा एलर्जी होने का खतरा है
- सबसे पहला फूड एलर्जी अवेयरनेस प्रोग्राम 1998 में शुरू किया गया था
हर साल 10 से 16 मई तक फूड एलर्जी जागरुकता सप्ताह मनाया जाता है। इस अवेयरनेस प्रोग्राम की वजह से लोगों के बीच इस बात को लेकर जागरुकता फैलाई जाती है कि कौन-कौन से फूड प्रोडक्ट से जानलेवा एलर्जी होने का खतरा रहता है। इस अवेयरनेस प्रोग्राम को फूड एलर्जी रिसर्च एंड एजुकेशन की तरफ से शुरू किया गया था और सबसे पहला फूड एलर्जी अवेयरनेस प्रोग्राम 1998 में शुरू किया गया था। आज जानते हैं क्या है फूड एलर्जी और क्या हैं इससे होने वाला खतरा और कौन इसका शिकार हो सकता है।
फूड एलर्जी को इस तरह समझा सकता है कि जब कोई विशेष प्रकार का फूड प्रोडक्ट आपके शरीर में जाकर आपके इम्यून सिस्टम को असामान्य कर देता है उसे डिस्टर्ब कर देता है उस परिस्थिति को फूड एलर्जी कहा जाता है। इम्यून सिस्टम की तरफ से रिएक्शन थोड़े सी मात्रा के फूड से भी हो सकता है। इससे पाचन में गड़बड़ी हो सकती है पेट की अन्य शिकायतें शुरू हो सकती है या कभी त्वचा पर रिएक्शन हो सकते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक फूड एलर्जी खास तौर पर 3 साल तक के बच्चों को ज्यादा होता है। कुछ लोगों में ये बेद खतरनाक स्तर का होता है जिसे एनाफिलैक्सिस (anaphylaxis) कहते हैं। यह हर किसी में नहीं होता है। किसी शख्स को फूड एलर्जी की समस्या तब होती है जब किसी खास प्रकार के फूड से निकलने वाले प्रोटीन को इम्यून सिस्टम गलत तरीके से लेता है तो उसका पूरी बॉडी सिस्टम पर गलत प्रभाव पड़ता है।
फूड लक्षण के लक्षण
कई बार खाना खाने के तुरंत बात एलर्जी की शिकायत सामने आती है जबकि कई बार ऐसा होता है कि खाना खाने के काफी देर बाद एलर्जी की समस्या होती है जिसे हम पहचान नहीं पाते और फिर वह हमारे लिए खतरा बन जाता है। जानते हैं फूड एलर्जी के लक्षणों के बारे में-
- सांस लेने में समस्या, नाक का जाम हो जाना
- पेट में दर्द
- खुजली या एग्जिमा
- थकान, सुस्ती छाना, सिर दर्द या बेहोशीपन छाना
- होठों में, चेहरे पर, जीभ या शरीर के किसी अन्य हिस्से में सूजन
- डायरिया और उल्टीी
- मुंह के अंदर खुजली
कॉमन फूड एलर्जी
मूंगफली
कुछ-कुछ फूड प्रोडक्ट की वजह से फूड एलर्जी की समसया जल्दी हो जाती है। मूंगफली- मूंगफली से होने वाला एलर्जी बेहद कॉमन है। इससे कभी-कभी बेहद खतरनाक स्तर की एलर्जी हो सकती है। जिस परिवार में किसी भी एक सदस्य को यदि मूंगफली से एलर्जी है तो इससे पूरे परिवार के ऊपर एलर्जी का खतरा मंडराता रहता है। मूंगफली एलर्जी आम तौर पर 4-8 पर्सेंट तक बच्चों में होता है जबकि 1 से 2 पर्सेंट तक बड़ों में होता है। इसके लक्षण के तौर पर मरीजों में नाक बहने की समस्या, त्वचा पर लाल चकत्ते बनना, सूजन और पाचन में गड़बड़ी की शिकायत रहती है।
एग्स
एग से होने वाला एलर्जी दूसरा सबसे बड़ा फूड एलर्जी है। यह खासकर बच्चो में होता है। कुछ लोगों में एग व्हाइट के कारण एलर्जी की शिकायत होती है तो कुछ लोगों में एर Yolks के कारण एलर्जी की समस्या होती है। इसमें आम तौर पर पेट दर्द, स्किन रिएक्शन, रैशेस और पाचन से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं।
गाय का दूध
गाय के दूध से होने वाला एलर्जी आम तौर पर छोटे बच्चों में देखा जाता है। छोटे बच्चों में छह महीने के बाद से गाय का दूध देना शुरू कर दिया जाता है उस समय उन्हें इससे थोड़ी सी एलर्जी की समस्या होती है जबकि बड़े होने के बाद धीरे-धीरे ये एलर्जी खत्म हो जाती है। बड़ों में बहुत कम ही लोगों को गाय के दूध से एलर्जी की समस्या होती है। जिन्हें काऊ मिल्क से एलर्जी है उन्हें डेयरी प्रोडक्ट से दूर बना कर रखनी चाहिए।