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Golden Milk (Turmeric Milk) Benefits: 'गोल्डन मिल्क' के फायदे कर देंगे हैरान, जानिए इसे बनाने की रेसिपी

Updated Jul 17, 2020 | 11:56 IST

Golden Milk (Turmeric Milk) benefits, Recipes: गोल्डन मिल्क यानि हल्दी दूध के फायदे चौंकाने वाले हैं। नियमित रुप से हल्दी दूध के सेवन से स्वास्थ्य से जुड़ी कई बीमारियों का इलाज होता है।

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गोल्डन मिल्क के फायदे
मुख्य बातें
  • गोल्डन मिल्क के फायदे हैरान करने वाले हैं इम्यूनिटी बूस्टर से लेकर कैंसर तक लड़ने में मददगार होता है
  • इसे घर पर बनाना बेहद आसान है बस आपको हल्दी, दूध, अदरक और दालचीनी पाउडर चाहिए
  • गोल्डन मिल्क में एंटी-इंफ्लामेट्री गुण पाए जाते हैं जो जटिल से जटिल बीमारियों के इलाज में सहायक होते हैं

गोल्डन मिल्क जिसे हल्दी दूध के नाम से भी जाना जाता है यह एक भारतीय ड्रिंक है जिसे यहां इम्यूनिटी ड्रिंक के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इसके फायदे इतने ज्यादा हैं कि इसकी पॉपुलैरिटी औप विदेशों में भी होने लगी है और बाहरी देशों में भी हल्दी दूध के सेवन का चलन अब तेजी से बढ़ने लगा है।

खास तौर से इस कोरोना काल में जबकि हर किसी को इम्यूनिटी बढ़ाने की सलाह दी जा रही है जिसमें हल्दी दूध रामबाण की तरह काम करता है इसके फायदे देखकर पश्चिमी देशों के लोग भी इसका सेवन करने लगे हैं।

गाय के दूध को गर्म करके उसमें हल्दी पाउडर, डालचीनी पाउडर और अदरक डालने के बाद जो ड्रिंक बनता है वही गोल्डन मिल्क है। इससे कई प्रकार की बीमारियों का इलाज किया जाता है साथ ही यह बॉडी की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए काफी मददगार माना जाता है।

आज हम हल्दी दूध के फायदों के बारे में बात करेंगे-

  • जोड़ों के दर्द से राहत दिलाता है। गोल्डन मिल्क में एंटी-इंफ्लामेट्री गुण पाए जाते हैं जो जटिल से जटिल बीमारियों के इलाज में सहायक होते हैं। कैंसर से लेकर, मेटाबोलिक सिंड्रोम, अल्जाइमर, दिल की बीमारी में ये काफी लाभदायक होता है। ये ज्वाइंट पेंन, हड्डियों के दर्द आर्थराइटिस जैसी बीमारी के इलाज में मददगार होता है। 
  • दिमाग की शक्ति और याद्दाश्त बढ़ाता है। दालचीनी अल्जाइमर की बीमारी के इलाज में मददगार होता है। वहीं अदरक दिमाग के फंक्शन को सही दिशा में ले जाने में मदद करता है। आयु के साथ-साथ दिमाग की शक्ति कम होती है उसमें ये सुधार लाने में मदद करता है।
  • दिल की बीमारी के खतरे से बचाता है। गोल्डन मिल्क में मौजूद दालचीनी, अदरक और हल्दी दिल की बीमारी से जुड़े हर तरह के खतरे को कम करता है। शोध के मुताबिक 120 एमजी दालचीनी के प्रतिदिन सेवन करने से कॉलेस्ट्रॉल कम होता है। वहीं अदरक पाउडर के सेवन से डायबिटीज का खतरा कम होता है। गोल्डन मिल्क का एंटी-इंफ्लामेट्री और एंटी ऑक्सीडेंट का गुण दिल की बीमारी के इलाज में मददगार होता है।
  • गोल्डन मिल्क ब्लड शुगर लेवल को भी संतुलित करता है। ग्लूकोज लेवल और इंसुलिन लेवल को बॉडी में मेंटेन करने में ये काफी मददगार होता है। हर रोज अदरक का एक डोज शरीर में हीमोग्लोबीन की मात्रा को बनाए रखता है जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में सहायक होता है। इसके साथ ही गोल्डन मिल्क डाइजेशन यानि पाचन क्रिया में सुधार लाने में भी काफी मददगार साबित होता है।
  • गोल्डन मिल्क में एंटी बैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण भी पाए जाते हैं। शरीर में किसी भी प्रकार की एलर्जी हो तो गोल्डन मिल्क के सेवन से उसमें राहत मिलता है। अगर आपकी स्किन पर भी किसी प्रकार का फंगल इंफेक्शन हो रहा है तो गोल्डन मिल्क का सेवन इसमें सहायक होता है। इसमें इम्यूनिटी बूस्टर का गुण होता है। सर्दी खांसी जैसे सामान्य फ्लू वाली बीमारियों में गोल्डन मिल्क रामबाण की तरह काम करता है। 

गोल्डन मिल्क बनाने की रेसिपी-

गोल्डन मिल्क को घर पर बनाना बेहद आसान है। एक कप गोल्डन मिल्क बनाने के लिए आपको आधा कप प्लेन दूध की जरूरत होती है। 1 चम्मच हल्दी, अदरक का एक छोटा टुकड़ा बारीक कटा हुआ या आधा चम्मच अदरक पाउडर। आधी चम्मच दालचीनी पाउडर, एक चुटकी काली मिर्च पाउडर और एक चम्मच शहद।

इन सभी सामग्रियों को एक सॉसपैन में मिक्स कर इसे उबलने दें। उबलने के बाद 10 मिनट तक धीमी आंच पर अच्छे से इसे पकाएं ताकि उसमें से अच्छी खुशबू बाहर आने लगे। अब इसे किसी छन्नी की मदद से मग में निकाल लें और उपर से एक पिंच दालचीनी पाउडर डाल दें। इसे आप एडवांस में बनाकर फ्रिज में भी स्टोर करके रख सकते हैं और जरूरत पड़ने पर निकाल कर पी सकते हैं।  

(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए है, इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रुप में नहीं लिया जा सकता। कोई भी स्टेप लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर कर लें।)