- देश में आज 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवस' मनाया जा रहा है।
- ऐसे रोजाना करें हलासन योग।
- हलासन योग करने के फायदे
दुनियाभर के देश में आज 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवस' मनाया जा रहा है। योग से न सिर्फ तन बल्कि मन भी स्वस्थ और निरोग रहती हैं। आमतौर पर रोजाना 30 मिनट तक योग करने की सलाह दी जाती है। योग के जरिए आप छोटी परेशानियों के साथ-साथ गंभीर बीमारियों को भी दूर कर सकते हैं। वहीं आज हम बताएंगे एक ऐसे योग के बारे में जिसे रोजाना करने से आप न सिर्फ कमर दर्द बल्कि रोजाना इसके अभ्यास से दिमाग को शांति मिलती है।
हलासन योग का अभ्यास सुबह के वक्त जब आप खाली पेट करना अधिक फायदेमंद है। अगर आप खाली पेट नहीं कर पाते हैं तो शाम को किया जा सकता है। बता दें कि भोजन करने के 4 से 5 घंटे बाद ही करें। लेकिन इस बात का हमेशा ख्याल रखें कि हलासन को करते वक्त शौच जरूर कर लें।
कैसे करें हलासन योग
हलासन करने के लिए सबसे पहले मैट पर पीठ के बल ले जाएं और अपने हाथों को शरीर से चिपका लें। इस दौरान हथेलियां जमीन की तरफ रहेंगी। अब सांस भीतर की ओर खींचते हुए पैरों को ऊपर की तरफ उठाएं। पैर कमर से 90 डिग्री का कोण बनाएंगी और पेट की मांसपेशियों पर दबाव रहेगा। इसके बाद अपने पैरों को ऊपर उठाते हुए अपने हाथों से कमर को सहारा दें, जिससे पैर सिर की तरफ झुकाने में मदद मिल सकें। अब पैरों को सिर के पीछे ले जाएं। इसके बाद हाथों को कमर से हटाकर जमीन पर सीधा रख लें और हथेली सीने की तरफ रहेगी। इस स्थिति में करीबन एक मिनट तक बनी रहें और सांसों छोड़ते हुए अपनी पैरों को वापस जमीन पर ले आएं। आसन करते वक्त ध्यान रखें कि वापस अपनी स्थिति में धीरे-धीरे आने की कोशिश करें।
हलासन योग करने के फायदे
- पाचन को सुधारने में मदद करता है हलासन योग। यह पाचन तंत्र के अंगों की मसाज करता है।
- हलासन के अभ्यास से वजन कम करने में मदद मिलती है और मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है।
- डायबिटीज मरीज करने के लिए बेस्ट है हलासन योग, इसके रोजाना करने से शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
- स्ट्रेस और थकान से निपटने के लिए भी हलासन योग कर सकते हैं।
- कमर दर्द और रीढ़ की हड्डी में लचीलापन बढ़ाने के लिए हलासन योग करें।
- हलासन योग थायरॉयड से जुड़ी समस्याओं से निजात पाने के लिए हलासन योग करें।
- इसके अलावा कमर दर्द, साइनोसाइटिस और सिर दर्द से छुटकारा दिलाता है।
इन बातों का रखें खास ख्याल
- अगर आपको पीठ दर्द और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या रहती है तो इस आसन को करने से बचें।
- गर्भवती महिलाएं इस आसन को बिल्कुल भी न करें, इससे खतरा हो सकता है।
- इसके अलावा अर्थराइटिस, गर्दन दर्द और हॉर्निया जैसी परेशानी से पीड़ित है तो इस आसन से दूर रहें।
- आसन करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि आपके पैर तने हुए और घुटने सीधे रहें। वरना आपको पैरों में परेशानी बढ़ सकती है।