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Dalchini (Cinnamon) Ke Fayde: जुकाम और सिरदर्द में बेहद फायदा पहुंचाती है दालचीनी, जानें इसके फायदे और नुकसान

Updated Aug 28, 2019 | 15:57 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

आपके किचन में मौजूद मसाले में दालचीनी जरूर होगी, लेकिन क्या खाने के स्वाद के अलावा आप इसके औषधिय गुणों के बारे में जानते हैं?

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तस्वीर साभार:&nbspGetty Images
Dalchini
मुख्य बातें
  • जुकाम और सिरदर्द में दालचीनी का लेप माथे पर लगाएं
  • मधुमेह, मोटापा और यूट्रेस से जुड़ी परेशानी में कारगर है
  • ज्यादा दालचीनी एसिडीटी को बढ़ा सकती है

एंटी ऑकिसडेंट से भरपूर दालचीनी कई विटामिन और मिनिरल्स से भी भरी होती है। दालचीनी में विटामनि ए, बी के ई के अलावा प्रोटीन, ओमेगा-3, ओमेगा-6 फैटी एसिड भी होता है। यही कारण है कि दालचीनी मधुमेह, कैंसर, हृदय रोग, मोटापा जैसी कई गंभीर बीमारियों में दवा की तरह काम करती है। मसाले के डिब्बे में रखी दालचीनी न केवल खाने का स्वाद बढ़ाने वाली होती है बल्कि ये कई तरह कि शारीरिक कमजोरी और बीमारियों को दूर करने वाली भी है।

इसका रोजाना सेवन करना आपको कई बीमारियों से बचा सकता है, लेकिन आपको यह भी समझना होगा कि कब दालचीनी कब नुकसादेह भी हो जाता है। तो आइए आज दालचीनी के फायदे और नुकसान को समझें।

दालचीनी के फायदे 

  1. अपच, पेटदर्द और सीने में जलन होने पर दालचीनी को सोंठ, जीरा और हरी इलायची के साथ मिक्स कर चूर्ण बना लें और इसे गर्म पानी से पी लें।
  2. मिचली, उल्टी या अपच में आप दालचीनी को काली मिर्च पावडर और शहद के साथ मिला कर लें।
  3. कब्ज और गैस की समस्या में दालचीनी के पत्तों का चूर्ण लेना चाहिए।
  4. यदि बार-बार जुकाम होता हो तो आप चुटकी भर दालचीनी पावडर पानी में उबाल लें। अब इसमें चुटकी भर काली मिर्च और शहद मिला कर पीएं। ये जुकाम, गले की सूजन और बेतहाशा छींक में फायदा करेगा।
  5. यूट्रेस से जुड़ी बीमारियों में दालचीनी का प्रयोग जरूर करें। इसका चूर्ण गर्म पानी से लें।
  6. डिलेवरी के बाद दालचीनी का एक इंच का टुकड़ा मुंह में रख कर उसका रस लें या उसका चूर्ण लें। इससे डिलेवरी के बाद होने वाली प्रेग्नेंसी को रोका जा सकता है।
  7. दालचीनी का चूर्ण लेने से लेक्टिंग मदर का दूध बढ़ता है।
  8. वीर्य वृद्धि में भी दालचीनी बहुत काम आती है, इसके लिए सुबह शाम इसे गुनगुने दूध के साथ लें।
  9. ठंड या जुकाम की वजह से होने वाले सिरदर्द में दालचीनी का लेप माथे पर लगाने से आराम मिलता है।
  10. मुंह की बदबू और दांतों की पेरशानी में भी दालचीनी बहुत कारगर है। इसके पाउडर को दांतों पर मलने से आराम मिलता है।

दालचीनी के नुकसान (Side Effects of eating Cinnamon)

  • सिलोन और कैसिया दालचीनी में क्यूमरिन होता है। जब क्यूमरिन बहुत ज्यादा शरीर में जाता है तो कई तरह से नुकसान करता है।
  • गर्भवती महिलाए अगर इसे ज्यादा लें तो गर्भपात का डर होता हैं वही यदि लेक्टिंग मदर इसे ज्यादा ले तो इससे शिशु को गैस या पेट में दर्द हो सकता है।
  • दालचीनी यदि ज्यादा लिया जाए तो इससे मुंह और होंठ में घाव बन जाते है।
  • दालचीनी का ज्यादा प्रयोग एलर्जी का कारण भी बनता है।
  • दालचीनी की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसका सेवन एसिडीटी को बढ़ा सकता है।

इसलिए दालचीनी के फायदों को पाने के लिए इसे सीमित मात्रा में खाएं, क्योंकि ये गरम मसाला है और इसकी प्रकृति भी गर्म है। इसलिए ये नुकसान कर सकती है।

डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता।

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