Health Tips: वेट लॉस की बात होती है तो लोग अक्सर फुल क्रीम मिल्क छोड़ कर टोन्ड मिल्क ही पीना सही समझते हैं, लेकिन ये कितना सही है ये जानना भी जरूरी है। फुल क्रीम दूध पीने से डरे नहीं बल्कि ये जाने की इसे कैसे और कितना पीना जरूरी है। एक स्वस्थ इंसान को रोजाना करीब दो कप यानी 500 एमएल दूध पीना चाहिए।
अगर किसी व्यक्ति को कोई बीमारी नहीं है तो कम से कम उसे 250 एमएल दूध फुल क्रीम वाला पीना चाहिए। स्वीडन के शोध में माना गया है कि फुल फैट दूध या अधिक वसा वाली दही के सेवन से डायबिटीज के रिस्क को 20 प्रतिशत तक कम करता है। आइए जानते हैं कि फुल क्रीम दूध पीने के क्या फायदे हैं।
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फुल क्रीम दूध पीने के लाजवाब फायदे
- फुल क्रीम दूध शरीर में एचडीएल केलेस्ट्रोल को बढ़ाता है जो शरीर के लिए जरूरी है।
- हार्ट रिलेटेड दिक्कते फुल क्रीम दूध पीने से बढ़ती नहीं हैं बल्कि कम होती है। ये बात यूनिवर्सिटी ऑफ कोपेनहेगन के रिसर्च में भी साबित हो चुका है।
- साइंटिस्ट कहते हैं कि जो भी स्वस्थ है उसे फुल क्रीम दूध ही पीना चाहिए। हालांकि कुछ एक बीमारी में इनका प्रयोग सही नहीं हो सकता। लेकिन स्वस्थ लोगों के लिए ये फायदेमंद है।
- यही नहीं लो फैट पनीर खाने से हार्ट डिजीज दूर रहने, केलेस्ट्रो और ब्लड प्रेशर सही रहने का दावा भी गलत साबित हुआ है।
- वेट बढ़ने की जगह फुल क्रीम दूध पीने से वेट लॉस होता है क्योंकि इसमें सभी जरूरी पोषक तत्व होते हैं जो मेटाबॉलिज्म को सही रखने में हेल्पफुल होते है।
- एक शोध की मानें तो फुल क्रीम दूध, चीज़ व क्रीम खाने से टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क 20 प्रतिशत तक कम हो सकता है।
- दूध की बनी चीजों के सेवन से टाइप 2 डायबिटीज के रिस्क को 23 प्रतिशत घटाया जा सकता है। वहीं 30 मिलीलीटर क्रीम के सेवन से इसका खतरा 15 प्रतिशत कम हो जाता है।
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यूके रिसर्च कम्युनिकेशन मैनेजर डॉ. रिचर्ड ईलियट के अनुसार, हाई फैट वाले डेयरी उत्पाद का सेवन टाइप 2 डायबिटीज से बचाव का बेहतर तरीका है। उनके अनुसार, डेयरी उत्पाद सेहतमंद हैं, लेकिन सिमित मात्र में।
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