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Diet Plan for Asthma: गर्मी में अस्थमा के मरीज डाइट में करें ये बदलाव, अटैक का खतरा होगा कम

Updated May 11, 2022 | 09:38 IST

Asthma Diet: अस्थमा से जूझ रहे लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। गर्मी के मौसम में अस्थमा के मरीजों की परेशानी काफी बढ़ सकती है। इसका कारण प्रदूषण, पराग कण और धूल-मिट्टी हो सकते हैं। ऐसे में अपनी डाइट में कुछ बदलाव करके इस समस्या से राहत पाई जा सकती है।

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Diet Plan for Asthma Patient
मुख्य बातें
  • अस्थमा से राहत दिलाए विटामिन-सी युक्त चीजें
  • हरी सब्जियों का सेवन रहेगा फायदेमंद
  • दाल खाने से बनेगी बात

Asthma Patient Diet: अस्थमा के मरीजों की संख्या दुनियाभर में लगातार बढ़ती जा रही है। अस्थमा से जूझ रहे लोगों को सांस लेने में तकलीफ, घबराहट और सीने में दर्द जैसी समस्या होती है। अगर अस्थमा का समय रहते इलाज न कराया जाए, तो ये अटैक आने का कारण बन सकता है, जो जानलेवा भी साबित हो सकता है। गर्मी के मौसम मे अस्थमा का खतरा काफी बढ़ जाता है। दरअसल, धूल, पराग कण और प्रदूषण की वजह से अस्थमा के मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है। इसलिए गर्मी में अस्थमा के मरीजों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत होती है। अस्थमा से राहत पाने के लिए सही इलाज के साथ-साथ अच्छी डाइट का होना भी जरूरी होता है। तो चलिए जानते हैं अस्थमा के मरीजों का कैसा होना चाहिए डाइट प्लान-

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अस्थमा से राहत दिलाए विटामिन-सी युक्त चीजें

अस्थमा के मरीजों को विटामिन सी से युक्त आहार ग्रहण करना चाहिए। दरअसल, विटामिन सी में भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सिडेंट पाया जाता है, जो फेफड़ों को मजबूत बनाने के साथ-साथ उन्हें सुरक्षित भी बनाता है, जिससे सांस लेने में तकलीफ दूर होती है। विटामिन सी के लिए संतरा, ब्रोकली और कीवी का सेवन किया जा सकता है।

हरी सब्जियों का सेवन रहेगा फायदेमंद

हरी सब्जियों के सेवन से फेफड़ों में कफ नहीं जम पाता, जिससे सांस न आने की तकलीफ दूर होती है साथ ही अटैक आने का खतरा भी कम होता है। इसलिए अस्थमा से जूझ रहे लोगों के लिए हरी सब्जियों का सेवन काफी फायदेमंद होता है। 

दाल खाने से बनेगी बात

अच्छी सेहत के लिए दालों का सेवन बहुत जरूरी होता है। दालों में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है, जो फेफड़ों को मजबूत बनाने में कारगर होता है। इसके साथ ही दालों के सेवन से फेफड़ें संक्रमण से सुरक्षित रहते हैं और पाचन शक्ति भी मजबूत बनती है। 

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तुलसी से अटैक का खतरा होगा कम

आयुर्वेद में तुलसी को औषधि माना गया है और सदियों से तुलसी का इस्तेमाल किया जा रहा है। तुलसी के पानी से अस्थमा, सांस लेने में तकलीफ और सर्दी-खांसी जैसी समस्याओं में आराम मिलता है। दरअसल, तुलसी में एक्सपेक्टोरेंट, एंटीट्यूसिव और इम्युनोमोड्यूलेटरी गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो अस्थमा से राहत दिलाने में मददगार होते हैं।

(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)