- अपने हर काम में लें उनकी सलाह
- शाम की चाय के साथ बनेगी बात
- माता-पिता के साथ बिताएं क्वालिटी टाइम
Retired Parents Happyness : आजकल हर कोई अपने काम में इतना बिजी होता है कि उनके पास दूसरों के लिए तो छोड़ों खुद के लिए भी टाइम नहीं रहता है। ऐसे में जो माता-पिता कामकाजी होते हैं, उनके पास अपने बच्चों के लिए टाइम नहीं रहता। वहीं, अगर उनके माता-पिता अपने काम से रिटायरमेंट ले चुके हैं, तो उनके लिए भी आपके पास टाइम नहीं रहता। लेकिन, आपका ऐसा करना आपके माता-पिता को उदास और दुखी कर सकता है। ऐसा कहा जाता है कि जो अपने माता-पिता को दुखी करता है, वो खुद कभी खुश नहीं रह सकता। इसलिए माता-पिता को हमेशा खुश रखना चाहिए। अगर आपके माता-पिता भी रिटायरमेंट में उदास और बोर हो जाते हैं, तो आप कुछ ऐसे काम कर सकते हैं, जो उन्हें खुश कर सके। तो चलिए हम आपको बताते हैं कि माता-पिता को खुश करने के लिए आप क्या कर सकते हैं-
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माता-पिता के साथ बिताएं क्वालिटी टाइम
माता-पिता को बच्चों से कुछ नहीं चाहिए होता है, न कीमती तोहफे न महंगे कपड़े। उन्हें अगर कुछ चाहिए होता है तो सिर्फ बच्चों का साथ। मां-बाप तो बच्चों की खुशी में ही खुश रहते हैं। ऐसे में अगर आप अपने कीमती वक्त में से कुछ समय अपने माता-पिता के साथ बिताएंगे तो उन्हें बहुत खुशी मिलेगी और रिटायरमेंट का टाइम उनके लिए आसान और खुशनुमा बना रहेगा।
प्यार से करें बात
ऐसा कहा जाता है कि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे इंसान का स्वभाव बच्चों जैसा हो जाता है। रिटायरमेंट के बाद जब उनके पास करने के लिए काम नहीं होता और वो अकेले रहते हैं तो ये अकेलापन और खालीपन उन्हें चिड़चिड़ा बना देता है। इससे उन्हें हर छोटी-छोटी बात पर गुस्सा आने लगता है। ऐसे में अगर उनके साथ प्यार से बात की जाए, हर शाम उनके साथ बिताई जाए तो उन्हें बहुत खुशी मिलती है। इससे उनका स्वभाव भी सामान्य हो जाता है।
शाम की चाय के साथ बनेगी बात
'चाय पे चर्चा' ये सिर्फ एक कहावत नहीं बल्कि एक संस्कृति सी बन गई है। अक्सर चाय के साथ कई बिगड़ी बात भी बन जाती है। ऐसे में अपने माता-पिता को खुश करने के लिए आप शाम की चाय उनके साथ पी सकते हैं। चाय पीने के साथ आप उनके साथ कुछ ऐसी बातें कर सकते हैं, जिससे उनका मूड अच्छा रहे और माहौल खुशनुमा बना रहे।
अपने हर काम में लें उनकी सलाह
जब आप कोई भी बड़ा फैसला लें, उसमें अपने माता-पिता की सलाह जरूर लें। इससे दो फायदे होंगे एक तो आपको अच्छी सलाह मिलेगी, क्योंकि जिंदगी का अनुभव उन्हें आपसे ज्यादा है, दूसरा ये होगा कि उन्हें लगेगा कि रिटायरमेंट के बाद भी उनकी अहमियत कम नहीं हुई है और अभी भी वो अपने बच्चों के लिए बहुत अहम है। इससे उन्हें अपना जीवन बोझ नहीं लगेगा साथ ही उनमें जीने की इच्छा भी बनी रहेगी।
बाहर घूमने जाएं साथ
अक्सर रिटायरमेंट के समय में घर पर रहते-रहते बोरियत सी होने लगती है। इस बोरियत को दूर करने के लिए आप अपने माता-पिता के साथ बाहर घूमने जा सकते हैं, उन्हें बाहर घुमाकर ला सकते हैं। इससे उन्हें फ्रेश फील होगा और बहुत खुशी भी मिलेगी। साथ ही जब वो लोगों से मिलेंगे उनसे बात करेंगे तो उन्हें काफी हल्का भी महसूस होगा।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)