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'कोरोना मामलों' में दुनिया में दूसरे नंबर पर पहुंचे भारत को 'कोरोना वैक्सीन' की दरकार, कब तक होगी पूरी?

Updated Sep 07, 2020 | 23:44 IST

भारत में कोरोना के केस बढ़ते ही जा रहे हैं और कुल मामले में वो दुनिया में दूसरे नंबर पर पहुंच गया है ऐसे में सभी की निगाहें लगी हैं कि भारत को कोरोना  वैक्सीन (corona vaccine) कब तक मिलेगी।

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रूस ने भारत के साथ स्पूतनिक V को लेकर सहयोग के तरीके साझा किए हैं,

भारत दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित देश हो गया है इस संख्या मामले में भारत ने ब्राजील को पछाड़ा है, देश में 42 लाख से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं वहीं देश में पिछले 24 घंटों में रिकॉर्ड 90,802 नए मामले सामने आए हैं और 1,016 लोगों की मौत भी हुई है,गौरतलब है कि दुनिया में अभी संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले अमेरिका में है, ऐसे में भारत को अब कोरोना वैक्सीन (corona vaccine) की दरकार है और सभी की निगाहें इसी ओर लगी हुई हैं।

देश में अब कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 42 लाख 4 हजार हो गई है और इनमें से 71,642 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं एक्टिव केस की संख्या 8 लाख 82 हजार हो गई और 32 लाख 50 हजार लोग ठीक हो चुके हैं और संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या की तुलना में स्वस्थ हुए लोगों की संख्या साढ़े तीन गुना अधिक है।

वैक्सीन की सप्लाई और उत्पादन को लेकर भारत और रूस के बीच बातचीत!

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 11 अगस्त को दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन को लॉन्च किया था इस वैक्सीन का नाम स्पूतनिक V है,सबसे बड़ी बात यह है कि वैक्सीन का डोज रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी बेटियों को दिलवाया था।

अब बताया जा रहा है कि रूस की कोरोना वैक्सीन की सप्लाई और उत्पादन को लेकर भारत और रूस के बीच कई स्तरों पर बातचीत चल रही है। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक रूस ने भारत के साथ स्पूतनिक V को लेकर सहयोग के तरीके साझा किए हैं, भारत सरकार फिलहाल इसका बारीकी से अध्ययन कर रही है।

रूस इसी हफ्ते से कोरोना वैक्सीन को आम नागरिकों के लिए उपलब्ध कराने जा रहा  

वहीं रूस के आरडीआईएफ सॉवरेन वेल्थ फंड के प्रमुख किरिल दिमित्रिज ने कहा था कि रूस को अपने नए पंजीकृत COVID-19 वैक्सीन की 1 बिलियन खुराक के लिए 20 से अधिक देशों से पहले ही अनुरोध मिल चुके हैं।

चर्चा है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर के हालिया रूस दौरे के दौरान भी कोरोना के टीके को लेकर चर्चा होगी। गौरतलब है कि कोरोना महामारी की वजह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 20 मिलियन से अधिक मामलों के साथ, पूरी दुनिया कोविड -19 संकट के समाधान में जुटी है।