- करवाचौथ व्रत खोलते समय रखें विशेष सावधानी
- व्रत के पारन में खाएं स्वास्थ्यवर्धक चीजें
- पूजा के बाद बताशे खा कर पीएं पानी
करवाचौथ का व्रत पति की लंबी आयु के लिए रखा जाता है। इस व्रत में सूर्योदय होने के साथ व्रत शुरू हो जाता है और से चांद निकलने के बाद इस व्रत को खोला जाता है। निर्जला व्रत होने के कारण इस व्रत को करने में खास सावधानी भी बरतनी होती है। व्रत खोलने के बाद खानपान को लेकर खास ध्यान देना होता है। ऐसा इसलिए कि करीब 14 से 15 घंटे तक बिना पानी के रहने के बाद एकाएक पानी पीना या कुछ भी खा लेने से आपका स्वास्थ्य खराब हो सकता है।
ऐसे में जरूरी है कि व्रत खोलने के बाद खान-पान को लेकर पहले ये जानकारी रखी जाए ताकि व्रत खोल कर आप खुद को उर्जावान और हेल्दी महसूस करें। तो आइए जानें कि करवाचौथ का पारन कैसे और किस चीज से करना चाहिए और क्या सावधानी बरतनी चाहिए।
बताशे खा कर पींए थोड़ा सा पानी
करवाचौथ का व्रत पति के जल पिलाने के बाद ही खुलता है। पूजा के समय एक घूंट जल से व्रत खुल जाता है, लेकिन इसके बाद आप कभी एकाएक ढेर सारा पानी न पीएं। धार्मिक रूप से मान्यता है कि चांद की तरह नजर आने वाला साबूत एक बताशा खा कर थोड़ा सा पानी पीना चाहिए। ऐसा करने से माना जाता है कि करवाचौथ का फल पूरा मिल जाता है। स्वास्थ्य के लिहाज से भी यह माना जाता है कि कुछ खा कर थोड़ा पानी पीना चाहिए।
व्रत का पारण इन चीजों से करें तो रहेगी सेहत चंगी
- व्रत खोलने के बाद भी खानपान पर विशेष ध्यान दें। कुछ सूखे मेवे खा लें। पानी घूंट-घूंट कर कुछ-कुछ देर पर पीएं।
- व्रत खोलने के तुंरत बाद खाना न खाएं। न ही खाने में ऑयली या मिर्च मसाला लें।
- हल्के और सुपाच्य भोजन को तरजीह दें। इसमें आप सूखी सब्जी और रोटी, दही या खीर खाएं।
- व्रत के बाद एसिडिटी का स्तर बढ़ने लगता है इसलिए चाय-कॉफी आदि बिलकुल न लें। इसकी जगह फलों का जूस, दही या छांछ पीएं।
- बहुत अधिक मीठी चीजें या न लें। इसकी जगह आप खजूर का सेवन करें। दो खजूर काफी होगा।
व्रत करने से ज्यादा व्रत खोलते समय सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि व्रत के बाद पारन यदि गलत होगा तो सेहत भी खराब हो सकती है।