- मनुष्य की अति कामुकता गलत शिक्षाओं का परिणाम है
- मनुष्य सेक्स के ऊपर उठ सकता है, लेकिन सेक्स को समझ कर
- सेक्स है फैक्ट, यानी सेक्स मनुष्य के जीवन का तथ्य है
World Sexual Health Day 2022: ओशो कहते है की सेक्स एक शक्ति है लेकिन हमने सेक्स को सिवाय गली के और कुछ नहीं समझा और कोई सम्मान नहीं दिया। इसे भयभीत रहते है। इसके बारे में बात नहीं करते। सेक्स को इस तरह से छिपा कर रखते है जैसे वो हैं ही नहीं। जीवन में उसका कोई स्थान ही नहीं है। जबकि सच्चाई ये है कि मनुष्य के जीवन में उससे ज्यादा महत्वपूर्ण और कुछ भी नहीं है। सेक्स के बारे में छिपाया जाता है और इसका मनुष्य के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। क्योंकि इसे छुपाने से मनुष्य और भी बुरी तरह से सेक्स से ग्रसित हो जाता है। इसलिए दुनियाभर में रविवार 04 सितंबर को 'वर्ल्ड सेक्सुअल हेल्थ डे' (World Sexual Health Day) मनाया जाता है। इसके अलावा भी ओशो ने सेक्स के बारे में बहुत सी नई और अनोखी बातें बताई है। आइये जानते है सेक्स के बारे में ओशो के विचार
सेक्स पर ओशो के विचार (World Sexual Health Day)
सेक्स अति कामुकता का विषय नहीं
क्या आपने कभी ये सोचा कि आप अपने चित्त को जहां से बचाना चाहते हैं, आपका चित्त वहीं आकर्षित हो जाता है। वहीं नियंत्रित हो जाता है! जिन लोगों ने मनुष्य को सेक्स के विरोध में समझाया, उन्हीं लोगों ने मनुष्य को कामुक बनाने का जिम्मा भी अपने ऊपर ले लिया है।
सेक्स से भयभीत न हो
मनुष्य की अति कामुकता गलत शिक्षाओं का परिणाम है। और आज भी हम भयभीत होते हैं कि सेक्स की बात न की जाए! क्यों भयभीत होते हैं? भयभीत इसलिए होते हैं कि हमें डर है कि सेक्स के संबंध में बात करने से लोग और कामुक हो जाएंगे। तो सेक्स के बारे में भयभीत न हो बात करें.
सेक्स को समझें
जगत में ब्रह्मचर्य का जन्म हो सकता है, मनुष्य सेक्स के ऊपर उठ सकता है, लेकिन सेक्स को समझ कर, सेक्स को पूरी तरह पहचान कर। उस ऊर्जा के पूरे मार्ग, अर्थ, व्यवस्था को जान कर उससे मुक्त हो सकता है। पृथ्वी उस दिन ही सेक्स से मुक्त होगी, जब हम सेक्स के संबंध में सामान्य और स्वस्थ बातचीत करने में समर्थ हो जाएंगे।
लॉ ऑफ रिवर्स इफेक्ट
सेक्स के बारे में समझाते हुए ओशो एक फ्रेंच वैज्ञानिक कुए के एक नियम लॉ ऑफ रिवर्स इफेक्ट के बारे में बताते है। वह कहते है कि हमारी चेतना का एक नियम है—लॉ ऑफ रिवर्स इफेक्ट। इस नियम के अनुसार हम जिस चीज से बचना चाहते हैं, हमारी चेतना उसी पर केंद्रित हो जाती है और परिणाम में हम उसी से टकरा जाते हैं।
सेक्स फैक्ट है
सेक्स है फैक्ट, यानी सेक्स मनुष्य के जीवन का तथ्य है। इस तथ्य को समझ कर हम परमात्मा के सत्य तक यात्रा कर सकते हैं। लेकिन इसे समझे बिना एक इंच भी आगे नहीं जा सकते। क्या हमने कभी यह सोचा है कि मनुष्य का इतना आकर्षण क्यों है? कौन सिखाता है सेक्स आपको?
( डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)