- शरीर से गंदगी साफ करने में मददगार है नींबू के छिलके।
- कई शारीरिक समस्या दूर करने में मदद करता है नींबू।
- जानें नींबू के छिलके के फायदे और नुकसान।
नींबू और नींबू का रस हमारे स्वास्थ्य और सौंदर्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। अक्सर लोग नींबू का रस निकालते हैं तो इसके बाद नींबू के छिलके को फेंक देते हैं और हो सकता है कि आप भी यही करते हों, लेकिन अब आप ऐसा नहीं करेंगे आज हम आपको बता रहे हैं नींबू के छिलकों के फायदे और नुकसानके बारे में।
प्राचीन समय से ही आयुर्वेद और युनानी चिकित्सा में विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं और सौंदर्य उत्पाद के रूप में नींबू के छिलकों का उपयोग किया जा रहा है। आज इस आर्टिकल में आप नींबू के छिलकों के फायदे और नुकसान संबंधी जानकारी प्राप्त करेगें। नींबू के छिलके के फायदे जानकर आप भी इनका उपयोग किये बिना नहीं रह पाएंगे।
नींबू के छिलके के फायदे
वजन करे कम
यदि आप अपना वजन कम करने का प्रयास कर रहे हैं तो नींबू के छिलाकों का उपयोग करें। क्योंकि नींबू के रस की तरह ही नींबू के छिलके से मोटापे को कम किया जा सकता है। नींबू के छिलके के फायदे इसमें मौजूद पेक्टिन नामक एक घटक के कारण होते हैं। पेक्टिन शरीर के वजन को घटाने में अहम भूमिका निभाता है। आप अपने शरीर के वजन को कम करने के लिए किये जा रहे प्रयासों में नींबू के छिलके को भी शामिल कर सकते हैं।
ओरल हेल्थ के लिए
नींबू का छिलका ओरल हेल्थ के लिए भी लाभकारी हो सकता है। इस विषय पर जापान में शोध किया गया। इस शोध के अनुसार, नींबू के छिलके में कई जरूरी कंपाउंड पाए जाते हैं, जैसे 8-गेरानियोक्लिप्सोलारेन, 5-गेरानियोक्लिप्सोलारेन, 5-गेरानायलोक्सी, 7-मेथोक्साइकॉमरिन और फ्लोरिन। ये सभी तत्व संयुक्त रूप से मुंह के बैक्टीरिया को मारने के साथ-साथ उन्हें दोबारा पनपने से रोकने में मदद कर सकते हैं।
मजबूत हड्डियों के लिए
कैल्शियम युक्त खाद्य सामग्री का सेवन हड्डियों के लिए फायदेमंद होता है। ईरान की एक शोध संस्था के अनुसार, नींबू के छिलके में कैल्शियम की मात्रा पाई जाती है और कैल्शियम हड्डियों के निर्माण के साथ ही उन्हें मजबूती प्रदान करने और उनके विकास में मदद कर सकता है।
शरीर को डिटॉक्सीफाई करें
सेहत के लिए विटामिन-सी के फायदे बहुत हैं और नींबू का छिलका विटामिन-सी से भरपूर होता है। कई शोध संस्थाओं के अनुसार, विटामिन-सी में एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के साथ ही विषाक्त पदार्थों को दूर कर शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद कर सकते हैं। वहीं, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित, चूहों पर किए गए एक रिसर्च में पाया गया है कि लाइमोनीन, ऑक्सीडेटिव तनाव को कम कर सकता है। वहीं, मिस्र में किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि नींबू के छिलके में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाया जाता है।
एंटी-कैंसर गुण
नींबू के छिलके कैंसर से बचाव में मदद कर सकते हैं। कई शोधकर्ताओं ने इस विषय पर शोध किया और उस शोध को एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया। चूहे पर किए गए शोध के अनुसार नींबू के छिलके में एंटीकैंसर गुण मौजूद होते हैं, जो कैंसर से बचाव में कुछ हद तक मददगार हो सकते हैं। पाठक ध्यान दें कि नींबू का छिलका किसी भी तरीके से कैंसर का इलाज नहीं है। अगर कोई इस बीमारी से पीड़ित है, तो उसे जल्द से जल्द डॉक्टरी उपचार करवाना चाहिए।
शरीर को स्वस्थ रखने और रोगों से लड़ने के लिए इम्यून सिस्टम का मजबूत रहना जरूरी है। रोग प्रतिरोधक क्षमता को बूस्ट करने में नींबू के छिलके का उपयोग फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, नींबू के छिलके में विटामिन-सी पाया जाता है। विटामिन-सी प्रतिरक्षा प्रणाली के कार्य में सुधार कर सकता है। इससे रोग प्रतिरोधक प्रणाली को बूस्ट किया जा सकता है।
कोलेस्ट्रॉल और हृदय की समस्या को कम करता है
कोलेस्ट्रॉल की समस्या को कम करने और हृदय को स्वस्थ्य रखने के लिए नींबू का छिलका लाभदायक हो सकता है। एक शोध के अनुसार, नींबू के छिलके में पाए जाने वाले पेक्टिन में हाइपोकोलेस्टेरोलेमिक प्रभाव पाया जाता है, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में कुछ हद तक मदद कर सकता है। यह शोध एनसीबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध है। कोलेस्ट्रॉल को कम कर नींबू का छिलका हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का काम भी कर सकता है। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध किए जाने की जरूरत है।
बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन को दूर करें
नींबू के छिलके का उपयोग कई प्रकार के संक्रमण को दूर करने में मदद कर सकता है। इनमें बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन के कारण होने वाली समस्याएं भी शामिल हैं। एक शोध के अनुसार, नींबू के छिलके से निकले अर्क का उपयोग डर्मेटोफाइट्स के खिलाफ किया जा सकता है। डर्मेटोफाइट्स एक प्रकार कर फंगल इंफेक्शन हाेता है, जो त्वचा, बाल, नाखून और शरीर के अन्य भागों में होता है। इसके पीछे डर्माटोफाइट नामक फंगस जिम्मेदार होता है।
पाचन में सुधार
नींबू के छिलके का उपयोग पेट की समस्या को दूर करने के लिए भी किया जा सकता है। नींबू के छिलके से पित्ताशय की पथरी की समस्या को दूर करने के साथ ही पाचन तंत्र को सुधारा जा सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध पत्र के अनुसार, नींबू के छिलके से निकले तेल में डी-लाइमोनीन नामक घटक पाया जाता है। डी-लाइमोनीन का उपयोग पित्ताशय पथरी से बचाव में मदद कर सकता है।
त्वचा के लिए है फायदेमंद
सेहत के साथ साथ त्वचा की देखभाल के लिए भी नींबू के छिलके के फायदे हो सकते हैं। कई शोध संस्थाओं ने इस पर रिसर्च कार्य किया और उन्होंने पाया कि नींबू के छिलके में पॉलीफेनोल्स पाए जाते हैं, जिनमें एंटी-एजिंग और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। इसके अलावा, इसमें विटामिन-सी भी पाया जाता है और विटामिन-सी त्वचा को हानिकारक यूवी किरणों से बचाने में मदद कर सकता है और साथ ही त्वचा में कोलेजन के निर्माण को बढ़ावा दे सकता है। इसके अलावा, विटामिन-सी घाव को जल्द भरने में भी मदद कर सकता है।
नींबू के छिलके का उपयोग
-नींबू को निचोड़ने के बाद इसके छिलके को धूप में सुखा लें।
-ताजा नींबू के छिलके का पेस्ट बना लें।
-नींबू के छिलके को सीधे ही अपने आहार या सलाद आदि के साथ उपयोग करें।
-सूखे हुए छिलकों को पीसकर पाउडर बना लें।
-नींबू के छिलके का अर्क निकाल लें।
-हर्बल या ग्रीन टी के साथ नींबू के छिलकों का उपयोग करें।
-अपने खाद्य पदार्थों में नींबू के छिलके के चूर्ण का उपयोग करें।
नींबू के छिलके से नुकसान
-नींबू का छिलका रक्तचाप को कम कर सकता है। ऐसे में जिन्हें निम्न रक्तचाप की समस्या है, वो इसका सेवन न करें।
-कुछ लोगों की त्वचा संवेदनशील होती हैं, उनके लिए नींबू के छिलके का उपयोग एलर्जी का कारण बन सकता है।
-जिन्हें लो शुगर की समस्या है, वो नींबू के छिलके का सेवन न करें। दरअसल, इसमें शुगर को कम करने वाला गुण पाया जाता है। यह गुण रक्त में शुगर के स्तर को और कम कर सकता है। ऐसे में मधुमेह रोगी इसके उपयोग से डॉक्टरी सलाह जरूर लें।