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Monkeypox Virus Infection:अलर्ट! कोरोना वायरस के बीच मंकीपॉक्स के दस्तक से दहशत, अब तक नहीं कोई इलाज

Updated May 10, 2022 | 17:28 IST

Monkeypox Virus Infection Symptoms, Treatment: हाल ही में ब्रिटेन के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने एक व्यक्ति में मंकीपॉक्स वायरस की पुष्टि की है। यह चिकनपॉक्स से कई गुना खतरनाक और भयावह होता है, यदि सही समय पर इसका इलाज ना किया जाए तो व्यक्ति अपनी जान भी गंवा सकता है।

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what is monkeypox virus infection
मुख्य बातें
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक मंकीपॉक्स ऑर्थोपॉक्स जीनस से संबंधित है।
  • यह चिकन पॉक्स से 10 गुना अधिक खतरनाक और संक्रामक होता है।
  • मंकीपॉक्स आंखों की कॉर्निया को भी कर सकता है प्रभावित, लक्षण दिखने पर तुरंत करें डॉक्टर को सूचित।

Monkeypox Virus Infection Symptoms, Treatment: भारत समेत दुनिया के तमाम देश अभी कोरोना वायरस की मार से उबनरने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। इस बीच ब्रिटेन में मंकीपॉक्स के दस्तक से चारों तरफ दहशत का माहौल है, इसने विश्व में एक नई महामारी के आने का संकेत दे दिया है। हाल ही में ब्रिटेन के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने एक व्यक्ति में मंकीपॉक्स वायरस (monkeypox virus) की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि जिस व्यक्ति में इस वायरस की पुष्टि की गई है, वह हाल ही में नाइजीरिया से लौटा था। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक मंकीपॉक्स वायरस ऑर्थोपॉक्स जीनस से संबंधित है, यह चूहों और बंदरों से मनुष्यों में फैलने वाली संक्रामक बीमारी है।

तथा यह चिकनपॉक्स से कई गुना खतरनाक और भयावह होता है, यदि सही समय पर इसका इलाज ना किया जाए तो व्यक्ति अपनी जान भी गंवा सकता है। इस दौरान शरीर में तेज दर्द, जोड़ों में दर्द, हड्डियों में दर्द, बुखार, पेट दर्द, सिर दर्द और कमर में दर्द (monkeypox virus symptoms) आदि लक्षण देखने को मिलते हैं। हालांकि चिकनपॉक्स की वैक्सीन मंकीपॉक्स के संक्रमण से बचने व ठीक होने के लिए कारगार है। लेकिन यदि सही समय पर इसका इलाज ना किया जाए तो व्यक्ति का बचना मुश्किल होता है।

what is monkeypox virus : क्या है मंकीपॉक्स

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार मंकीपॉक्स वायरस ऑर्थोपॉक्स वायरस से जीनस से संबंधित है, जिसमें वेरियोला, वैक्सीनिया और काउपॉक्स वायरस शामिल होता है। सीडीसी के अनुसार मंकीपॉक्स का पहला मामला 1958 में अमेरिका मे पाया गया था। हालांकि एक से दूसरे व्यक्ति में संक्रमण का खतरा कम होता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह संक्रमित जानवरों के खून, शारीरिक तरल पदार्थ या त्वचा के संपर्क में आने के कारण जानवरों से इंसान में फैलता है।

monkeypox virus infection : कम खतरनाक और कम संक्रामक

हालांकि यूके हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी के क्लीनिकल एंड एमर्जिंग इंफेक्शन के निदेशक डॉक्टर कोलिन ब्राउन ने बताया कि, यह कोरोना वायरस से कम खतरनाक और कम संक्रामक है। मंकीपॉक्स (what is monkeypox virus) एक से दूसरे व्यक्ति में आसानी से नहीं फैलता, इसके सक्रमण का खतरा कम होता है। 

monkeypox virus infection symptoms in hindi: कैसे फैलता है संक्रमण

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक मंकीपॉक्स से संक्रमित होने के बाद व्यक्ति में 6 से 13 दिन के भीतर लक्षण देखे जाते हैं। इस दौरान शरीर पर बड़े बड़े चकत्ते या छाले, तेज बुखार, मांसपेशियों में अकड़न, जोड़ों में दर्द और कमजोरी महसूस हो सकती है। बता दें लिंफनोट्स की सूजन इसके सबसे आम लक्षणों में से एक है। शुरुआत में संक्रमित व्यक्ति के चेहरे और हांथ में दाने होते हैं, यदि सही समय पर इसका इलाज ना किया गया तो यह एक से दो दिन के भीतर गंभीर रूप ले सकता है। इस दौरान पूरे शरीर पर छाले हो जाते हैं। ऐसे में यदि इनमें से कोई भी लक्षण शरीर में देखा जाए तो तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें।

आंखों को भी कर सकता है प्रभावित

डब्ल्यूएचओ के मुताबिक वर्तमान में मंकीपॉक्स का कोई टीका उपलब्ध नहीं है। हालांकि चेचक के टीके को इसके खिलाफ कारगार माना जा रहा है। वहीं हाल ही में सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक मंकीपॉक्स आंखों की कॉर्निया को भी प्रभावित कर सकता है। इसलिए यदि ऊपर दिए यदि कोई भी लक्षण आपको नजर आएं तो तुरंत अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञों को सूचित करें।

monkeypox virus infection : ध्यान दें

सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति में 7 से 14 दिन तक इसके लक्षण देखे जा सकते हैं। वहीं 5-21 जिनों तक भी व्यक्ति इससे संक्रमित रह सकता है। आमतौर पर शुरुआत के तीन दिन तेज बुखार होता है, इसके बाद चेहरे और हांथ पर चकत्ते पड़ना शुरू हो जाता है और फिर धीर धीरे यह छाले का रूप ले लेता है। इसके अंदर पश यानी मवाद भर जाता है। यह बेहद खतरनाक बीमारी है, इसलिए ऐसे किसी भी व्यक्ति के संपर्क में ना आएं और कोशिश करें कि पालतू जानवरों का भी चेकअप कराते रहें। क्योंकि संक्रमण का सबसे अधिक खतरा जानवरों से ही है।

(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।)