प्रेग्नेंसी और डिलीवरी के दौरान साफ़ सफाई और एक अच्छा अस्पताल कितनी अहमियत रखते हैं? प्रेगनेंसी का समय जितना महत्वपूर्ण होता है, उतना ही नाज़ुक भी होता है - न सिर्फ एक मां और उसके होने वाले बच्चे बल्कि, पूरे परिवार के लिए। और बात जब डिलीवरी की हो तो जोखिम कई गुना बढ़ जाते हैं। यह वो समय होता है जब एक मासूम ज़िन्दगी सांस भरती है, जब बच्चा मां के पेट से निकल कर एक बिलकुल नई दुनिया में कदम रखता है। और ऐसे नाज़ुक हालत में गन्दगी से घिरा एक अस्पताल, होने वाले बच्चे और मां - दोनों के लिए बेहद खतरनाक है।
नहीं मिलती सफाई की सुविधाएं
भारत में ऐसे कितने ही अस्पताल हैं जहां मेडिकल सुविधाएं खराब तो हैं ही पर साथ ही साथ वहां गन्दगी भी एक बहुत बड़ी और गंभीर समस्या है। साफ-सफाई के अभाव से जूझते वॉर्ड, बाथरूम, इस्तेमाल की हुई सुई, इंजेक्शन व अन्य मेडिकल उपकरण, कीटाणु और इन्फेक्शन से भरा आई. सी. यू. और गंदे बेड - जरा सोचिये ये सब एक प्रेगनेंट महिला और उसके बच्चे के लिए कितनी सारी परेशानियां खड़ी कर सकती हैं।
घातक है ये लापरवाही
स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव, डिलीवरी के दौरान मां को इन्फेक्शन और होने वाले बच्चे के लिए भी ये चीज़ें उतनी ही घातक और जानलेवा साबित हो सकती हैं। कितनी ही बार देखा गया है कि अस्पताल का गन्दा सामान, मैले चादर - तकिये और ऑपरेशन में लगने वाले साधन, ये सब बच्चों पर जिंदगीभर का असर छोड़ कर उन्हें गंभीर रूप से बीमार या फिर मानसिक और शारीरिक तौर पर दुर्बल और अक्षम कर सकते हैं।
प्रेग्नेंसी इन सब चीजों से डर के रहने का समय नहीं है, यह तो एक ख़ास मौका है जब पूरा परिवार करीब आता है। इस ख़ुशी के माहौल में आपका पूरा ध्यान मां और बच्चे की देखभाल पर होना चाहिए, उनकी जरूरत के हिसाब से चीजों के रख रखाव पर होना चाहिए।
(इस लेख के लेखक तेजबीर सिंह, AffordPlan के सह-संस्थापक और CEO हैं। ये लेखक के निजी विचार है। )