- लॉकडाउन के दौरान नींद को लेकर सामने आ रही हैं समस्याएं
- कितने घंटों की नींद जरूरी है और नींद की समस्या के हैं आसान उपाय
- अच्छी इम्यूनिटी के लिए जरूरी है अच्छी नींद लेना, मिलते हैं कई अन्य फायदे
नई दिल्लीः हमारा शरीर भी एक मशीन की तरह ही होता है। एक मशीन की तरह हमारे अंदर भी अलग-अलग हिस्से या पुर्जे होते हैं और इन सभी हिस्सों को समय-समय पर जरूरत होती है आराम की। शरीर को अगर लगातार थकाया जाए तो इसका प्रभाव अच्छा नहीं होता और ये शरीर पर जल्द ही दिखने भी लगता है। कोरोना वायरस की वजह से इस समय अधिकतर देशों में लॉकडाउन जारी है और ये महीनों लंबा हो चुका है। लोग घर से ही काम कर रहे हैं और एक दहशत भरे माहौल में जीना मजबूरी हो चुका है। ऐसी स्थिति में लोगों की नींद पर भी असर पड़ा है और इसकी शिकायतें आम होती जा रही हैं। आइए आपको इससे जुड़ी वजह और उपाय बताते हैं।
क्या हैं वजह?
एक स्वस्थ इंसान को दिन के 24 घंटों में कम से कम 6 से 8 घंटे की अच्छी नींद की जरूरत होती है। लॉकडाउन के दौरान लोग ज्यादातर समय घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) करने में बिता रहे हैं। ऑफिस में एक निर्धारित समय होता था लेकिन घर से काम करने में इसमें काफी इजाफा और बिगड़ता रूटीन देखा गया है।
इसके अलावा लोग कभी बिस्तर पर, कभी सोफे पर लेटकर काम करते हैं तो ऐसी स्थिति में कभी-कभी दिन में भी झपकी लेने से नहीं चूकते, जिसकी वजह से रात में देर तक जगते हैं और फिर आपका रूटीन या चक्र पूरी तरह गड़बड़ हो जाता है। रात भर नींद नहीं आए और फिर अगले दिन थोड़ी नींद लेकर आप फिर काम में जुट जाएं तो इससे शरीर पर असर पड़ेगा ही।
क्या हैं नुकसान?
महामारी और लॉकडाउन जैसे दौर में नींद पूरी ना करने के काफी नुकसान हो सकते हैं। इसमें शरीर से जुड़ी तमाम समस्याओं के अलावा सबसे अधिक असर आपकी मानसिक स्थिति पर भी पड़ सकता है। अगर नींद पूरी नहीं होती है और रूटीन गड़बड़ रहता है तो इन दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
- चिंता और बेचैनी सबसे आम समस्याओं में से हैं।
- अवसाद (Depression) और अकेले रहने का मन करना चिंताजनक होता है।
- शरीर के तमाम अंगों पर असर।
- कमजोरी और काम करने में मन ना लगना।
- इम्युनिटी कमजोर होने से बीमारियों का खतरा और मानसिक स्थिति पर गलत प्रभाव।
- तेजी से बढ़ सकता है वजन।
क्या हैं अच्छी नींद हासिल करने के उपाय?
- दिन के रूटीन पर ध्यान दें और लॉकडाउन है इसलिए अपनी दिनचर्या को ना बिगाड़ें। सुबह समय से उठें, दिन में बीच में थोड़ा आराम करें या कुछ देर किताब पढ़ लें या टीवी देख लें और रात में रोज समय पर जरूर सो जाएं।
- रोज खाना एक ही समय पर खाएं जिससे आपका शरीर एक दिनचर्या का आदी हो जाएगा।
- दिन में एक समय निर्धारित करें जब आप कुछ देर एक्सरसाइज जरूर करें ताकि लॉकडाउन के दौरान भी आप फिट रहें और ये आपकी अच्छी नींद में भी योगदान देगा।
- लॉकडाउन में घर से बाहर बेशक जरूर ना जा रहे हों लेकिन कभी-कभी नहाने के बाद वैसे ही अच्छे से तैयार हो जाएं जैसा आप ऑफिस जाते वक्त करते थे। ये आपकी मानसिक स्थिति पर असर डालता है और 'लॉकडाउन फीवर' से आपको बाहर लाने का प्रयास करता है।
- बिस्तर पर काम करने से बचें और रोज सोने से कुछ समय पहले अपना बिस्तर तैयार करें। इससे आपका शरीर खुद ब खुद एक समय मुताबिक आपको नींद के लिए अलार्म देगा जिसको आप समझ सकेंगे।
- नींद में आपके दिमाग और आंखों की काफी बड़ी भूमिका होती है इसीलिए रोशनी भी जरूरी हो जाती है। लॉकडाउन के दौरान हम ज्यादातर समय घर के अंदर रहते हैं और कई बार बाहरी दुनिया या प्रकृति से पूरी तरह से दूर हो जाते हैं। सूरज की रोशनी का अहसास करना और बाहर की रोशनी को देखना लगती आम सी बात है लेकिन असल में इसकी बड़ी भूमिका होती है। कम से कम अपनी बालकनी या आंगन में आकर कुछ समय के लिए धूप लें या फिर अपनी आंखों को नैचुरल लाइट दें।
- दिन के समय कोशिश करें कि बड़ी नींद ना लें। अगर सोना भी हो तो कुछ देर की झपकी (Nap) आपको तरोताजा करने के लिए काफी है। अगर आप दिन में लंबे समय तक सोएंगे तो रात को जल्दी नींद आने में दिक्कत होगी।
लॉकडाउन के दौरान खुद को फिट रखें। किसी भी महामारी से लड़ने का सबसे अच्छा तरीका है बचाव और बचाव के लिए आपको इम्युनिटी (प्रतिरोधक क्षमता) मजबूत रखनी होगी। ऐसे में शरीर का ध्यान रखें, अपने परिवार का ध्यान रखें, काम करें, भरपूर नींद लें और लॉकडाउन में घर पर ही रहें, बहुत जरूरी काम के लिए ही बाहर निकले, वो भी मास्क लगाकर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए।