- कमजोर इम्यूनिटी वालों को कोरोना वायरस का अधिक खतरा है।
- ऐसे में अपने डायट में पौष्टिक आहार को शामिल करें।
- इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए इन फल और सब्जियों को शामिल करें।
कोरोना वायरस का खतरा सबसे ज्यादा कमजोर इम्यूनिटी वालों को है। बता दें कि संक्रमण की चपेट में हर उम्र के लोग आ रहे हैं, लेकिन ज्यादा मौत का खतरा वैसे लोगों को है जिनकी इम्यूनिटी मजबूत नहीं है। इस महामारी से बचने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लोगों को इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाने की अपील की थी। उन्होंने बताया कि कमजोर शरीर को संक्रमण जल्दी जकड़ लेता है, इसलिए पौष्टिक आहार लें। ऐसे में आज हम कुछ ऐसे ही आहार के बारे में बताएंगे जिसके सेवन से आप अपनी इम्यूनिटी को बूस्ट कर सकते हैं।
अगर आप सर्दी, फ्लू और अन्य संक्रमणों से बचाव के तरीके ढूंढ रहे हैं तो सबसे पहले अपने डायट को सही करें। इन इम्यूनिटी बूस्टर को शामिल करने के लिए अपने डायट को लेकर प्लान बनाएं। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए इन फल और सब्जियों को शामिल करना फायदेमंद साबित हो सकता है।
लाल शिमला मिर्च- कई लोगों को ऐसा लगता है कि खट्टे फलों में विटामिन सी अधिक होता है। लेकिन ऐसा नहीं है लाल शिमला मिर्च में संतरा की तुलना में तीन गुना अधिक विटामिन सी होता है। वे बीटा कैरोटीन का एक समृद्ध स्रोत भी हैं। आपकी इम्यूनिटी बढ़ाने के अलावा विटामिन सी आपको स्वस्थ त्वचा बनाए रखने में भी मदद कर सकता है।
ब्रोक्रली- ब्रोक्रोली विटामिन और मिनरल्स से भरपूर है। विटामिन ए, सी, ई के साथ-साथ फाइबर और कई अन्य एंटी-ऑक्सिडेंट तत्व पाए जाते हैं। ब्रोक्रोली के इन पोषक तत्वों का फायदा उठाने के लिए इसे अधिक न पकाएं। रिसर्च के मुताबिक भोजन में अधिक पोषक तत्व रखने के लिए स्टीमिंग सबसे अच्छा तरीका है।
पालक- ब्रोक्रोली की तरह ही पालक भी पोषक तत्वों से भरपूर है। इसमें कई ऐसे एंटी-ऑक्सिडेंट और बीटा कैरोटीन है, जो न सिर्फ संक्रमण से बचाता है बल्कि इम्यूनिटी सिस्टम को भी मजबूत करता है। ब्रोक्रोली की तरह ही पालक को भी कम पकाया जाना चाहिए ताकी यह अपने पोषक तत्वों को बरकरार रखें। हालांकि, हल्का खाना पकाने से विटामिन ए को अवशोषित करना आसान हो जाता है और अन्य पोषक तत्वों को ऑक्सालिक एसिड, एक एंटीन्यूट्रिएंट से जारी करने की अनुमति मिलती है।
पपीता- पपीता में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। विटामिन सी की कमी को पूरा करने के लिए इस फल को हमेशा खाने की सलाह दी जाती है। पपीते में पपैन नामक एक पाचक एंजाइम भी होता है जिसमें एंटी-इंफ्लामेटरी प्रभाव होते हैं। पपीते में पोटेशियम, मैग्नीशियम और फोलेट की अच्छी मात्रा होती है, जो आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं।
कीवी- पपीते की तरह कीवी नैचुरल तरीके से आवश्यक पोषक तत्वों से भरा होता है, जिसमें फोलेट, पोटेशियम, विटामिन के, और विटामिन सी शामिल हैं। विटामिन सी संक्रमण से लड़ने के लिए वाइट ब्लड सेल को बढ़ाता है, जबकि कीवी के अन्य पोषक तत्व आपके शरीर के बाकी हिस्सों को ठीक से काम करने में मदद करते हैं।
चिकन- जब आप बीमार होते हैं तो चिकन सूप पीना पसंद करते हैं, इससे ऊर्जा मिलती है और बेहतर महसूस करते हैं। सूप लोअर इंफ्लामेशन को कम करने में मदद करता है और सर्दी-जुकाम जैसी समस्या को भी दूर करता है। मुर्गी के अलावा कई और भी ऐसी चीजे हैं, जिसमें विटामिन-बी-6 अधिक मात्रा में होते हैं। विटामिन बी -6 शरीर में होने वाली कई कैमिकल रिएक्शन से लड़ता है। यह नई और स्वस्थ रेड ब्लड सेल के निर्माण के लिए भी महत्वपूर्ण है।
मछली- शेलफिश इम्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट करने में मदद करते हैं। लेकिन कुछ प्रकार के शेलफिश जिंक से भरे होते हैं। जिंक अन्य कई विटामिनों और मिनरल्स पर उतना ध्यान नहीं देता है, लेकिन हमारे शरीर को इसकी आवश्यकता होती है ताकि हमारी इम्यूनिटी सेल इच्छानुसार काम कर सकें। जिंक की अधिकता वाले शेलफिश अलग-अलग तरीके के होते हैं। वहीं बहुत अधिक जिंक का सेवन करने से आपकी इम्यूनिटी सिस्टम को नुकसान भी पहुंचा सकता है।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए है, इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रुप में नहीं लिया जा सकता। कोई भी स्टेप लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर कर लें।)